पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कल यानी 14 नवंबर को सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी। इस बीच बिहार की राजधानी पटना में पोस्टर वार शुरू हो गया है। कल मतगणना होनी है लेकिन उससे पहले पटना में अलग-अलग दल पोस्टर लगाने लगे हैं। तमाम एग्जिट पोल में एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। इस बीच विपक्ष ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का दावा करते हुए पटना में एक पोस्टर लगाया है।
RJD कार्यालय के बाहर SP ने लगायी पोस्टर, लिखा- ‘अलविदा चाचा’
पार्टी प्रमुख व सांसद अखिलेश प्रसाद यादव की समाजवादी पार्टी (SP) की ओर से पटना में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्यालय के सामने इस पोस्टर को लगाया गया है। जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए लिखा गया है कि ‘अलविदा चाचा’। इस पोस्टर को समाजवादी पार्टी के पूर्व बिहार प्रदेश यूथ अध्यक्ष धर्मवीर यादव की ओर से लगाया गया है।
पोस्टर में गृह मंत्री शाह भी हैं, भैंस के साथ उनकी तस्वीर लगी है
इस पोस्टर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी हैं। भैंस के साथ उनकी तस्वीर लगी है। नीतीश कुमार को कुर्सी पर बैठे दिखाया गया है। दोनों की तस्वीर को कार्टून के रूप में बनाकर इस्तेमाल किया गया है। बोल्ड अक्षर में लिखा गया है कि ‘अलविदा चाचा’। पोस्टर में ऊपर की तरफ दाहिने साइड में मुलायम सिंह और लालू यादव की तस्वीर है। अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव की तस्वीर बड़ी है।

पोस्टर पर और क्या कुछ लिखा गया?
पोस्टर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए लिखा गया है कि जनता परेशानी झेले ‘शाह’ के कारनवा बेइमानवा”, वोट के चोरी करके ‘ई’ शासन करे बेईमानवा। पोस्टर में नीचे की तरफ निशाना साधते हुए लिखा गया है कि जनता जब हुंकार भरे तो महलों की नींव उखड़ती है, सांसों के बल पर ताज हवा में उड़ती है। जनमत की रोके राह ‘शाह’ में ताव कहां, वह जिधर चाहती काल उधर ही मुड़ता है, सिंहासन खाली करो कि तेजस्वी सरकार आती है।
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RJD के बाद JDU ने भी लगाया है पोस्टर
आपको बता दें कि उधर, सीएम नीतीश कुमार के लिए भी जनता दल यूनाइटेड (JDU) की ओर से पोस्टर लगाया गया है। लिखा गया है कि टाइगर अभी जिंदा है। इस पोस्टर पर राजद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि असली टाइगर तेजस्वी यादव हैं। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व जदयू नेता रणजीत सिन्हा ने पार्टी दफ्तर के बाहर बड़ा सा पोस्टर लगाया है। पोस्टर में लिखा गया है कि दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण और अल्पसंख्यक के संरक्षक टाइगर अभी जिंदा है।

अमित झा की रिपोर्ट
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