सुप्रीम कोर्ट के SC/ST आरक्षण पर क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों का भारत बंद आज

सुप्रीम कोर्ट के SC/ST आरक्षण पर क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों का भारत बंद आज

रांची: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ दलित और आदिवासी संगठनों ने आज 14 घंटे के लिए भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद के समर्थन में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू में आयोजित मंईयां सम्मान योजना समारोह को रद्द कर दिया है और अब वे समारोह में 22 अगस्त को भाग लेंगे।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, राजद और सीपीआई जैसे प्रमुख दलों ने इस बंद को समर्थन देने का फैसला किया है। आजसू ने भी नैतिक समर्थन की घोषणा की है। रांची के अधिकांश निजी स्कूलों ने सुरक्षा कारणों से बंद रखने का निर्णय लिया है और छुट्टी की सूचना अभिभावकों को एसएमएस और मेल के माध्यम से भेज दी गई है।

सत्ताधारी दलों के नेताओं ने स्पष्ट किया है कि उनके कार्यकर्ता सड़कों पर झंडा और बैनर के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने इस भारत बंद में पार्टी की भागीदारी की पुष्टि की है और इसे पूरी तरह से समर्थन देने की बात कही है।

रांची जिला प्रशासन ने भारत बंद को लेकर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं, हालांकि लिखित सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सभी डीएसपी के साथ एक-एक क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) को तैनात किया गया है और दो क्यूआरटी रिजर्व में रखे गए हैं। विशेष शाखा ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि मॉल, बाजार, बस, ट्रेन और सार्वजनिक परिवहन को बलपूर्वक बंद कराया जा सकता है, इसलिए विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने सभी जिलाध्यक्षों और प्रकोष्ठों को बंद में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार, राजद महासचिव कैलाश यादव ने बताया कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तुरंत विरोध की घोषणा की थी।

इन घटनाक्रमों के मद्देनजर, प्रदेश राजद महासचिव कैलाश यादव ने कहा कि 21 अगस्त को नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता रामेश्वर उरांव का अभिनंदन समारोह स्थगित कर दिया गया है, और अब यह समारोह 22 अगस्त को आयोजित किया जाएगा।

इस व्यापक विरोध प्रदर्शन ने राज्यभर में जनजीवन को प्रभावित किया है, और सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती के बीच प्रशासन पूरी तरह चौकस है।

 

Share with family and friends: