रांची: पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने मंगलवार की देर रात दिल्ली यात्रा के बाद अपने गांव जिलिंगगोड़ा (सरायकेला) लौटते समय मीडिया से बातचीत में भाजपा में शामिल होने की अफवाहों को खारिज कर दिया। सोरेन ने स्पष्ट किया कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे और उनके आदर्श गुरुजी (शिबू सोरेन) हैं और रहेंगे।
सोरेन ने कहा कि उनकी दिल्ली यात्रा का कोई राजनीतिक मकसद नहीं था। उन्होंने अपनी बेटी की खराब तबीयत के कारण दिल्ली का दौरा किया था। रास्ते में, वे बहरागोड़ा, केशरदा, और घाटशिला में अपने समर्थकों से मिले। उन्होंने अपने संभावित राजनीतिक विकल्पों पर विचार करने की बात की, जिनमें झामुमो से राजनीति जारी रखना, अपनी अलग पार्टी बनाना या किसी अन्य दल के साथ मिलकर काम करना शामिल है।
इस बीच, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने चंपाई सोरेन के सोशल मीडिया पर दिए गए बयान को गंभीरता से लिया है। पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ बैठक के बाद कहा कि चंपाई सोरेन के झामुमो छोड़ने का सवाल ही नहीं है। समीर मोहंती और रामदास सोरेन ने बैठक के बाद पुष्टि की कि चंपाई सोरेन हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन का समर्थन करते रहेंगे।
बैठक में कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला भी शामिल हुए, जिन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की। झामुमो नेतृत्व ने चंपाई सोरेन के भविष्य को लेकर उत्पन्न परिस्थितियों पर गहराई से विचार किया है।