मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर को जमशेदपुर में किया ढेर, यूपी एसटीएफ (UP STF) की बड़ी कार्रवाई, ढाई लाख का था इनाम।
जमशेदपुर: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार रात (29 मार्च) को जमशेदपुर में एक बड़े एनकाउंटर में मुख्तार अंसारी गैंग के कुख्यात शूटर अनुज कनौजिया को ढेर कर दिया।
Highlights
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यूपी एसटीएफ, कानून और व्यवस्था) अमिताभ यश ने जानकारी दी कि अनुज कनौजिया कई संगीन मामलों में वांछित था और उसके खिलाफ मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ जिलों के विभिन्न थानों में 23 से अधिक मामले दर्ज थे। यूपी पुलिस ने उस पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
यूपी एसटीएफ (UP STF) और झारखंड पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अनुज कनौजिया जमशेदपुर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के अमलतास सिटी में छुपा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने रात करीब 10:30 बजे अभियान चलाया। जब सुरक्षा बलों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो अनुज कनौजिया ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें अनुज कनौजिया मौके पर ही मारा गया।
सूत्रों के मुताबिक, एनकाउंटर के दौरान दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ (UP STF) के डीएसपी पीके शाही भी घायल हो गए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास
अनुज कनौजिया मुख्तार अंसारी गैंग का सक्रिय सदस्य था और उस पर हत्या, लूट, रंगदारी और अन्य गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। उत्तर प्रदेश पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी।
पुलिस के मुताबिक, अनुज कनौजिया पहले मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ जैसे इलाकों में सक्रिय था, लेकिन पुलिस की लगातार कार्रवाई के चलते वह भागकर झारखंड के जमशेदपुर में छिपा था।
एनकाउंटर के बाद इलाके में बढ़ी सुरक्षा
एनकाउंटर के बाद जमशेदपुर पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जमशेदपुर के एसएसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे ऑपरेशन की निगरानी की।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, इस एनकाउंटर के बाद झारखंड और यूपी पुलिस अपराधियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई और तेज कर सकती हैं।
अधिकारियों का बयान
यूपी एसटीएफ (UP STF) प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी महत्वपूर्ण था, क्योंकि अनुज कनौजिया एक खतरनाक अपराधी था और उसके जिंदा रहते पुलिस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा, “हम अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेंगे और अपराध मुक्त समाज बनाने की दिशा में काम करेंगे।”
झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने भी इस अभियान को सफल बताते हुए कहा कि इस तरह के ऑपरेशन से अपराधियों में डर पैदा होगा और कानून-व्यवस्था मजबूत होगी।
जनता की प्रतिक्रिया
इस एनकाउंटर के बाद स्थानीय लोगों में चर्चा तेज हो गई है। कुछ लोग इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे अपराधियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस कार्रवाई से साफ है कि पुलिस अब अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है और आगे भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।