मुंगेर : BPSC में पाई 18वीं रैंक – कहते हैं जब हौसलों में ताकत हो तो बुलंदियों को छूने से कोई भी नहीं रोक सकता है.
वहीं अगर इस बुलंदी पर बेटियां पहुंचती है तो न केवल एक पिता, बल्कि पूरे देश का सर गर्व
से ऊंचा हो जाता है. कुछ ऐसी ही कहानी मुंगेर जिले के छोटे से गांव कल्याणपुर की बेटी अनीशा राणा की है.
जिन्होंने पहले ही प्रयास में 65वीं BPSC में 18वां रैंक हासिल कर अपने गांव के साथ पूरे राज्य का नाम रौशन किया है.
जिसकी सफलता पर पूरे गांव खुशियां मना रही है.
BPSC में पाई 18वीं रैंक – अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह की बेटी अनीशा ने ऐसी पाई सफलता
मुंगेर मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर छोटे से गांव कल्याणपुर निवासी मुंगेर कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ता
अशोक कुमार सिंह की बेटी अनीशा ने 65वीं BPSC परीक्षा में 18वां रैंक हासिल किया है.
उसने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई डीएवी मुंगेर से पूरी की. जिसके बाद वह स्नातक के लिए पटना चली गयी.
जहां उसने वर्ष 2019 में भौतिकी से स्नातक पास किया.
इस दौरान वह स्नातक के साथ सिविल सर्विस और BPSC की तैयारी करने लगी. वर्ष 2019 में स्नातक पास
करने के बाद उसने मात्र 2 माह बाद 65वीं BPSC की पीटी परीक्षा दी. जिसमें चयन होने के बाद कोविड-19
संक्रमण को लेकर मेंस की परीक्षा काफी विलंब से हुई. मेंस देने के बाद उन्होंने 65वीं BPSC में 18वां रैंक हासिल किया.
BPSC में पाई 18वीं रैंक – घर की सबसे छोटी बेटी है अनीशा राणा
गांव की बेटी अनीशा राणा के BPSC में 18वीं रैंक हासिल करने से गांव में खुशी का माहौल है.
लोगों के अनीशा के घर आकर उनके माता-पिता को बधाई दे रहे हैं.
लोग गांव की बेटी की इस सफलता पर खुशियां मना रहे हैं. अनीशा राणा अपने घर की सबसे छोटी बेटी है.
अनीशा की माँ बबिता देवी एक गृहणी हैं. पिता अशोक सिंह एक किसान और अधिवक्ता हैं.
वहीं बड़ा भाई अनिमेष अभी तैयारी कर रहा है.
हार्ड वर्क से मिली सफलता- अनीशा
अनीशा ने कहा कि उन्हें हार्ड वर्क से सफलता मिली, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
माँ बबिता देवी ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चियों पर भरोसा करनी चाहिए.
वहीं पिता अशोक और भाई अनिमेष ने कहा कि उन्हें अनिशा पर गर्व है.
रिपोर्ट : अतहर खान