सीतामढ़ी/गया/मधेपुरा/आरा/पटना सिटी/जमुई : बिहार के हर जिलों में छठ व्रती डूबते हुए सूर्य का अर्घ्य दे रहे हैं। सीतामढ़ी के अलावा गया, आरा, पटना सिटी, जमुई और मधेपुरा में भी छठ व्रती पूजा करते दिखाई दे रहे हैं। लोक आस्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन गुरुवार को पहला अर्घ्य दिया गया। इस दौरान छठ व्रती समेत सभी श्रद्धालु ने डूबते हुए सूरज की पूजा की। वहीं जिले के सभी घाटों को व्यवस्थित तरीके से सजाया गया है। लाइटिंग की सुविधा की गई है। वहीं सुरक्षा को लेकर जिलाधिकारी रिची पांडे, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी, एसडीएम और एसडीपीओ लगातार घाटों का जायजा ले रहे हैं। हर चोक-चौराहों पर पुलिस बल की मुस्तैदी देखने को मिल रही है। जाम की समस्या को देखते हुए बड़ी गाड़ी का शहर में प्रवेश वर्जित कर गया है। छठ व्रती को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लेकर के छठ घाट पर साफ-सफाई का ध्यान नगर निगम के द्वारा रखा गया है।
तीसरे दिन सूर्यकुंड तालाब पहुंच कर छठ व्रती ने डूबते हुए अस्पतालगामी सूर्य को दिया अर्घ्य
चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन गुरुवार को गया शहर के सूर्यकुंड तालाब में शाम को डूबते हुए अस्पतालगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया। दोपहर के बाद छठ मैया के गीतों के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने को लेकर घरों से छठ व्रती परिजन के साथ गीत गाते हुए निकलने लगे। छठ घाट पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। घाट पर जाने से पहले बांस की टोकरी में मौसमी फल, ठेकुआ, कसर, गन्ना और पूजा का सामान के साथ सजाया गया।
आपको बता दें कि दोपहर के बाद से छठव्रती के साथ में उनके परिजन भी सूर्यकुंड तालाब पहुंचे जहां अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। हजारों की संख्या में छठ व्रती सूर्यकुंड तालाब पहुंचे। इस दौरान एसडीआरएफ और गोताखोर की टीम भी निगरानी रखते हुए जायजा लेती रही। इस दौरान गया के एसएसपी आशीष भारती, जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम, सिटी एसपी प्रेरणा कुमार और टाउन डीएसपी पीएन साहू समेत कई पुलिस पदाधिकारी जायजा लेते रहे।
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डूबते हुए भगवान भास्कर को जिले भर में व्रती के द्वारा अर्घ्य अर्पित
मधेपुरा जिले भर में चार दिवसीय होने वाले लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के अवसर पर तीसरे दिन डूबते हुए भगवान भास्कर को मधेपुरा के भिरखी छठ घाट, गंगापुर के सुरसड़ नदी छठ घाट और मुरलीगंज छठ घाट सहित जिले के सभी ग्रामीण इलाकों ओर पोखर तालाब में व्रती के द्वारा अर्घ्य अर्पित की गई। जिले में पांच लाख से अधिक व्रती के द्वारा डुबते हुए भगवान भास्कर को अर्ध प्रदान की गई। इसके साथ छठ पूजा के दौरान हजारों व्रती ने अपने मनोकामना पूर्ण होने के लिए भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित किया। पहले अर्घ्य के दौरान जिले के सभी छठ घाट तालाब और सभी छठ घाटों का जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम की गई थी। सभी छठ घाटों पर पुलिस पदाधिकारी दंडाधिकारी तैनात दिखे। वहीं जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक प्रथम अर्घ्य के दौरान घूमते नजर आए एवं विधि-व्यवस्था की जानकारी लेते रहे।
भोजपुर जिले में डूबते हुए भगवान भास्कर को व्रती ने दिया अर्घ्य
भोजपुर जिले भर में चार दिवसीय होने वाले लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के अवसर पर तीसरे दिन डूबते हुए भगवान भास्कर को आरा शहर के कलेक्ट्रेट घाट नहर घाट पावर गंज घाट सहित जिले के सभी ग्रामीण इलाकों ओर पोखर तालाब में व्रती के द्वारा अर्घ्य अर्पित की गई। जिले में लाखों छठ व्रती के द्वारा डुबते हुए भगवान भास्कर को अर्ध्य प्रदान की गई। इसके साथ छठ पूजा के दौरान हजारों व्रती ने अपने मनोकामना पूर्ण होने के लिए भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। जिले के सभी छठ घाट को जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम की गई थी।
सभी छठ घाटों पर पुलिस पदाधिकारी दंडाधिकारी तैनात दिखे। वहीं जिला पदाधिकारी तनय सुल्तानिया एवं पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज अर्घ्य के दौरान घूमते नजर आए एवं विधि- व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। भोजपुर जिले के बेलाउर छठ घाट पर गजब का नजारा दिखा। इस घाट पर आने के लिए पांच किलोमीटर से ही लंबी लाइन लगी हुई थी।
पूरे उत्साह से पटना के किन्नरों ने मनाया छठ पर्व
लोक आस्था का महापर्व छठ के अवसर पर किन्नरों ने भी ढलते हुए भगवान भाष्कर की पूजा अर्चना किया। वहीं सभी ने खुशहाली की कामना किया। वहीं किन्नरों ने छठी मइया के गीत गाकर भी पूजा अर्चना किया। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हम छठ मइया का उपवास किए हैं और बड़ी धूमधाम से छठ पर्व मना रहे हैं।
पटना सिटी के तमाम घाटों पर छठव्रतियों का लगा अपार भीड़
पटना सिटी क्षेत्र के तमाम घाटों पर छठ उपासना करने वालों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। छठव्रती डूबते हुए सूर्य का अर्ध्य दिया। सभी छठव्रती गंगा नदी में डूबकी लगाकर भगवान सूर्य की उपासना की। गंगा घाट पर भारी संख्या में छठव्रती पहुंचे हुए थे। सभी लोग अपने-अपने तरीके से पूजा अर्चना कर छठी मैया से मनोकामना की। कुछ लोग परिवार और समाज की कुशलता के साथ-साथ बिहार की उन्नति के लिए मनोकामना की। पूरे देश में लोक आस्था का महापर्व मनाया जा रहा है। निजी संगठनों ने भी स्वागत करने के लिए खड़े हैं। किसी तरह के किसी को कठिनाई का सामना न करना पड़े। जिसके चलते नवयुवक छठ व्रतियों को सेवा करने में लगे हैं।
वहीं प्रशासन की टीम काफी चौकसी बरत रही है। वहीं एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ-साथ गोताखोर भी घाट में मौजूद हैं। पुलिस प्रशासन की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है। वहीं महिला पुलिस बल भी तैयार है। कहीं ढोल बाजे के साथ उपासना किया जा रहा है। कल यानी आठ नवंबर को सभी छठव्रती उगते हुए सूर्य का अर्ध्य देकर छठ महापर्व की समापन करेंगे।
जमुई में छठव्रतियों ने दिया अर्ध्य
कहते हैं जिसका उदय होता है, उसका अस्त भी होता और यही प्रकृति का नियम है। इसी बात को हमारा महाव्रत छठ पूजा चरितार्थ करती है। इस चार दिवसीय पूजा में भक्त सर्वप्रथम अस्ताचल गामी सूर्य के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए अर्ध्य देते हैं। इसी तरह आज जमुई के किउल नदी के घाट पर श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को अर्ध्य अर्पित किया। कल इसी तरह उदीयमान भगवान भष्कर को जल अर्ध्य अर्पित कर इस महाव्रत का समापन होगा।
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अमित कुमार, आशीश कुमार, नेहा गुप्ता, उमेश चौबे, बृजमोहन भगत और रमण कुमार की रिपोर्ट