पूर्वी चंपारण: एक तरफ बिहार पुलिस के मुखिया डीजीपी विनय कुमार पुलिस अधिकारियों को लगातार लोगों के साथ मधुर व्यवहार करते हुए क़ानूनी रूप से मदद करने की सीख देते हैं लेकिन पुलिस अधिकारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ मामला देखने को मिला पूर्वी चंपारण में जहां निजी जमीन पर छठ घाट बना रहे एक व्यक्ति को सीओ और पुलिस अधिकारी निर्माण कार्य रोकने के लिए दबाव बना रहे हैं। निर्माण कार्य नहीं रोकने पर झूठे केस में फंसा कर जेल भेजने की धमकी भी पुलिस अधिकारी दे रहे हैं।
अब मामले का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। मामले पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी थाना क्षेत्र के जीवधारा निवासी अजय राय ने बताया कि वह अपने निजी पोखर पर छठ घाट का निर्माण करवा रहे थे। इस मामले में किसी ने पुलिस से शिकायत की जिसके बाद स्थानीय सीओ पुलिस लेकर पहुंचे और निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा। उन्हें जब हमने बताया कि यह मेरा निजी पोखर है और मैं इस पर छठ घाट का निर्माण करवा रहा हूं तो वे बहस करने का आरोप लगा कर पूरे परिवार को झूठे केस में घसीटने और जेल भेजने की धमकी देने लगे।
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इस दौरान उनके साथ आये पुलिस अधिकारी भी लगातार धमकी दे रहे थे और गाली गलौज भी करते रहे। पुलिस अधिकारियों की इस करतूत का वीडियो स्थानीय लोगों ने बना कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही जिले के एसपी को भी भेजा है। लोगों ने आरोप लगाया कि सीओ अक्सर जमीनी विवाद में एकतरफा फैसला लेते हैं और विरोध करने पर उसके साथ दुर्व्यवहार करने से भी पीछे नहीं हटते हैं। लोगों ने कहा कि इससे पहले भी सीओ सुनील कुमार ने गांव के दो लोगों को झूठे केस में फंसा कर जेल भेज चुके हैं।
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मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट