Araria- जोकीहाट विधायक शहनवाज आलम का पैतृक गांव सिसौना में जमकर आतिशबाजी हो रही है. पूरे गांव में मिठाइयां बांटी जा रही है. लोगों में हर्ष का माहौल है, लोग उत्साह से लबरेज नजर आ रहे हैं. करीबन यही स्थिति पूरे जोकीहाट विधान सभा क्षेत्र की है. दरअसल यह खुशी और लोगों का उद्गार शाहनवाज आलम को महागठबंधन की सरकार में मंत्री बनाने को लेकर है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं शाहनवाज आलम
यहां बता दें कि शाहनवाज आलम पूर्व मंत्री और राजद के वरीय नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मरहूम तस्लीमुद्दीन के तीसरे बेटे हैं. उनका राजनीतिक सफर महज 4 वर्षों का है और इन चार वर्षो में उन्हे मंत्री बनाया जाना बड़ी उपलब्धि है. यह दूसरी बार विधायक चुने गये हैं.
2017 में पिता की मौत के बाद 2018 के लोकसभा उपचुनाव में जोकीहाट के विधायक और शाहनबाज के बड़े भाई सरफराज आलम ने जदयू विधायक पद से इस्तीफा देकर राजद के चुनाव चिह्न पर लोकसभा लड़ा और जीत दर्ज किया.
जोकीहाट सीट खाली होने पर राजद ने उपचुनाव में शाहनबाज को मैदान में उतारा और जीत दर्ज मिली. लेकिन 2020 में अंतिम समय में राजद ने टिकट नहीं दिया तो शाहनबाज आलम असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का दामन थाम लियें और दुबार जीत मिली. पिछले महीने ही उन्होने AIMIM के चार विधायकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. अब उन्हे मंत्री पद मिला है. शाहनबाज आलम दिल्ली लॉ यूनिवर्सिटी से लॉ ग्रेजुएट हैं.
रिपोर्ट-मंटू भगत
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