Patna- महागठबंधन की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार पूरा हो गया.
मंत्रिमंडल में राजद कोटे 16, जदयू कोटे से11, कांग्रेस कोटे से 2 और
हम और निर्दलीय कोटे से एक-एक को मंत्री पद मिला हैं.
लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कांग्रेस और
जदयू से कलह की खबरें सामने आने की शुरुआत हो चुकी है.
बतलाया जा रहा है कि मंत्री पद नहीं मिलने के कारण
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा नाराज चल रहे हैं.
इन खबरों को बल इसलिए भी मिल रहा है कि
शपथ ग्रहण के दौरान उपेन्द्र कुशवाहा की मौजूदगी नहीं रही.
सूत्रों के अनुसार वह दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं
और जानबूझकर शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा नहीं बने.
मंत्रिमंडल विस्तार से दूर रहें जदयू के चार विधायक
खबर यह भी है उपेन्द्र कुशवाहा के नजदीकी चार विधायक भी मंत्रिमंडल विस्तार के समय अनुपस्थित रहें,
यही नहीं उन विधायकों ने अलग से एक बैठक भी की है.
इन विधायकों में डॉ संजीव कुमार (परबत्ता), पंकज मिश्रा (रुन्नी – सैदपुर),
सुदर्शन (बरबीघा), और राज कुमार सिंह (मटिहानी) का नाम शामिल है.
कांग्रेस में भी बबाल, विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष को दौड़या
इधर कांग्रेस की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है,
कांग्रेसी विधायकों ने पटना के सदाकत आश्रम में
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष और बिहार प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की,
कार्यकर्ताओं का कहना था कि उनका एकमात्र नेता राहुल गांधी है.
यदि सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं मिलती है तो
कांग्रेस को सरकार को बाहर से समर्थन करना चाहिए,
सरकार में शामिल होने की जरुरत नहीं है,
कांग्रेसी विधायकों की ओर से पांच मंत्री पद की मांग की जा रही है.
कांग्रेसी विधायकों का गुस्सा इस कदर उफान था कि
उनके द्वारा प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और
प्रभारी भक्त चरण दास को पार्टी कार्यालय से बाहर खदेड़ दिया गया
रिपोर्ट- शक्ति
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