रांची: कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार दीपिका पांडे सिंह पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव आयोग से उनकी नामांकन रद्द करने की मांग की है। बीजेपी का आरोप है कि दीपिका पांडे सिंह ने अपने नामांकन के समय दिए गए शपथ पत्र में एक महत्वपूर्ण मामले को छिपाया है।
बताया गया है कि दीपिका पांडे सिंह पर 2020 में एसटी उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था, जिसे उन्होंने अपने फॉर्म 26 में नहीं बताया। इस मामले का रजिस्ट्रेशन नंबर एसटी एससी केस नंबर 2 ब 2020 है। बीजेपी का आरोप है कि यह करप्ट प्रैक्टिस का एक उदाहरण है, जिसके तहत उम्मीदवार को चुनाव आयोग में सही जानकारी प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।
बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग में जाकर मांग की है कि महागामा विधानसभा के लिए कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडे सिंह का नामांकन रद्द किया जाए। उनका कहना है कि अगर कोई उम्मीदवार जानबूझकर किसी मामले को छिपाता है, तो यह आरपी एक्ट की धारा 125 एक के तहत कार्रवाई का विषय बनता है।
ध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के एक निर्णय का हवाला देते हुए बीजेपी ने बताया कि करप्ट प्रैक्टिस के तहत एक उम्मीदवार का नामांकन रद्द किया गया था। इस स्थिति में, दीपिका पांडे सिंह के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मामले की जांच और चुनाव आयोग द्वारा उचित कार्रवाई की अपेक्षा की जा रही है।