रांची : सीएम हेमंत सोरेन के नामांकन शपथ-पत्र पर भाजपा ने उठाए सवाल- 5 साल में 7 साल बढ़ी उम्र। हो रहे झारखंड विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बनी बरहेट पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।
राज्य की सत्तारूढ़ इंडिया गठबंधन यानी जेएमएम-कांग्रेस गठजोड़ एवं भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन यानी एनडीए एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोंककर पूरे दम से मैदान में हैं। इसी क्रम में एक रोचक प्रकरण सामने आया है।
इसी बरहेट विधानसभा सीट पर नया सियासी मसला और मुद्दा बना है – सीएम हेमंत सोरेन की उम्र। सीएम हेमंत सोरेन के नामांकन शपथ-पत्र में दर्ज ब्योरे को लेकर भाजपा ने सवाल उठाया है।
दाखिल नामांकन-पत्र में दर्ज ब्योरे का गत विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्र से मिलान करते हुए दावा किया जा रहा है कि सीएम हेमंत सोरेन के नए शपथ पत्र में बीते 5 साल में उम्र बढ़ गई है जबकि आमदनी घट गई है। इसी को लेकर अब भाजपा ले उड़ी है और सियासी फसाद की स्थिति बनी है।
भाजपा की मांग- रद्द किया जाए सीएम हेमंत का नामांकन
अब भाजपा इस प्रकरण को उछालने के साथ ही सीएम हेमंत सोरेन की बरहेट सीट पर किए गए नामांकन को रद्द करने की मांग कर रही है। बरहेट के भाजपा प्रत्याशी गमालियल हेंब्रम ने हेमंत सोरेन की ओर से दिए गए शपथ पत्र पर सवाल उठाया है। भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत सोरेन के शपथ पत्र पर सवाल खड़ा करते हुए नामांकन रद्द करने की मांग की है।
सीएम के नामांकन शपथ-पत्र पर सवाल उठाते हुए गमालियल हेंब्रम ने रिटर्निंग आफिसर को अपना पत्रक सौंपा है और सीएम के नामांकन शपथ-पत्र में दिए ब्योरे के आधार पर अपने सवाल रखते हुए कार्यवाही की मांग की है।
बरहेट से भाजपा प्रत्याशी गमालियल हेंब्रम ने चुनाव अधिकारी से की लिखित शिकायत….
बरहेट से भाजपा प्रत्याशी गमालियल हेंब्रम ने कहा है कि हेमंत सोरेन ने अपनी उम्र गलत बताई है। जितनी उम्र होनी चाहिए, उससे ज्यादा उम्र शपथ पत्र में अंकित किया गया है। गमालियल हेंब्रम ने निर्वाचन पदाधिकारी से इसकी शिकायत भी की है।
उसमें गमालियल हेंब्रम ने लिखा है कि हेमंत सोरेन ने 2019 के विधानसभा चुनाव में अपनी उम्र का जिक्र 42 वर्ष किया था। लेकिन इस बार 24 अक्टूबर 2024 को नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र में उम्र 49 साल बताई है। ऐसे में किसी व्यक्ति की उम्र 5 साल में 7 साल कैसे बढ़ सकती है? यह बड़ा सवाल है।
बरहेट में भाजपा को मिला नया मुद्दा, लगा दी है सवालों की झड़ी….
इस बीच झारखंड भाजपा ने बरहेट में सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ यह मामला सामने आते ही इसे मुद्दा बनाते हुए उछाल दिया है। साथ ही भाजपा की ओर से सवालों की झड़ी लगाई जानी शुरू हो गई है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सीएम के बरहेट चुनाव के लिए दिए गए शपथ पत्र पर सवाल उठते हुए कहा कि –‘…किसी भी व्यक्ति की उम्र 5 साल में 7 साल कैसे बढ़ सकती है? …आमदनी बढ़ने के बजाय 10 लाख की जगह 4 लाख कैसे हो गया? कई संपतियों की जानकारी हेमंत सोरेन ने शपथ पत्र ने नहीं दिया है।
गलत शपथ पत्र दिए जाने की शिकायत निर्वाचन पदाधिकारी से की गई है। जल्द चुनाव आयोग को भी इसकी शिकायत की जाएगी।
वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन ने जो शपथ पत्र दिया था, उसमें उनकी उम्र 42 साल थी। 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने जो शपथ पत्र दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपनी उम्र 49 साल बताई है।
…अब यह तो हेमंत सोरेन ही बता सकते हैं कि 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में उन्होंने जो उम्र दाखिल की है, वह सही है। अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत शपथ पत्र पर जीता था। और अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है?’
भाजपा के सवालों की झड़ी पर जेएमएम का पलटवार, कहा – हार तय मानकर बौखला गई है भाजपा…
सीएम हेमंत सोरेन के नामांकन शपथ-पत्र में दर्ज ब्योरे को लेकर भाजपा की ओर लगाई जा रही सवालों की झड़ी के जवाब में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने पलटवार किया है। जेएमएम ने भाजपा के आरोपों का खंडन किया है। इस प्रकरण पर जेएमएम की ओर से कमान संभालते हुए मनोज पांडेय ने पलटवार किया है।
मनोज पांडेय ने कहा कि – ‘भाजपा झारखंड में अपनी हार देखकर बौखला गई है। हम कुछ भी छिपाते नहीं हैं और ना ही छिपाने का प्रयास करते हैं। इस मामले में सब कुछ साफ-साफ है।
…सीएम सोरेन के नामांकन के लिए कागज लगाए गए हैं और वो सभी वेरीफाई किए गए हैं।
…भाजपा को झारखंड में बड़ी हार दिख रही है, इसलिए वो अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं। हार-जीत लगी रहती है। हम लोग कोई भी जानकारी छिपाते नहीं हैं’।