रिपोर्टः नीरज कुमार/ न्यूज 22स्कोप
रांचीः भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने बीते वर्ष रुबिका पहाड़ीन की हत्या के मामले में घटनास्थल पर जाकर 44 बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की. इसी संबंध में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर 16 बिंदुओं को रिकमेंड किया. भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर उरांव ने राज्यपाल को बताया कि रुबिका हत्याकांड बहुत बड़ा षड्यंत्र था और यह षड्यंत्र पूरे संताल परगना में हो रहा है. बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर भी उन्होंने अपनी बातों को रखा कि झारखंड में आदिवासी महिलाओं बहला-फुसलाकर उनके साथ लव जिहाद किया जा रहा है.
शिव शंकर उरांव ने बताया कि संथाल परगना में आदिम जनजाति की लड़कियों के लिए खोले गए प्रिमिटीव आश्रम स्कूल ( मध्य और उच्च विद्दालय) से कई लड़कियां गायब हुई है. कई परिवार पुलिस को शिकायत करते हैं, लेकिन कोई कार्वाई नहीं होती है. वहीं कई लड़कियों के मां बाप सोचते है कि कभी ना कभी वापस आ जाएगी. पर ऐसा नहीं होता है क्योंकि यहां से लड़कियों को गायब कर बेच दिया जाता है. इसलिए झारखंड सरकार को भी इस मामले को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है.
रुबिका पहाड़ीन की हत्या
पूर्व विधायक राम कुमार पाहन ने बताया कि संथाल परगना से गायब हो रही बच्चियों के मामले पर गौर करना है. उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बने है, तब से आदिवासियों के खिलाफ आपराधिक मामले बढ़े साथ ही राज्य में हत्या और लूट के मामले में वृद्धि हुई है. वहीं सुभाष मुंडा की हत्या मामले पर उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि राज्य में लाॅ एंड आॅडर नहीं संभाल सकता और महिलाओं को संरक्षण नहीं दे पाने में असफल है, तो ऐसी सरकार पर स्वतः संज्ञान लेकर कर्रवाई करनी चाहिए.