दरभंगाः- ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन ने लहेरियासराय, पोलो मैदान में आर्थिक आधार पर जनगणना और आरक्षण की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया।
मौके पर ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 उदभट मिश्रा ने कहा कि संविधान में आरक्षण की व्यवस्था 15-20 वर्षों के लिए की गयी थी। जिससे कि पिछड़ों को मुख्यधारा में शामिल किया जा सके, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी पिछड़ों के पोते, परपोते पिछड़े ही बनते गये। अब समय आ गया है कि इस पर विचार किया जाये।
हाल ही में शहर में हुए राहुल झा हत्याकांड की चर्चा करते उदभट मिश्रा ने कहा कि राहुल सवर्ण परिवार से था, इसलिए उसे नौकरी नहीं मिल सकी वह दिल्ली से दरभंगा आकर दिहाड़ी मजदूरी करने लगा और मजदूरी की मांग करने पर पीट-पीट उसकी हत्या कर दी गयी। राहुल तो एक उदाहरण है, सवर्ण समाज के जब अत्याचार होता है तब उसकी सुरक्षा के लिए सामने कोई नहीं आता।
संविधान में आरक्षण की व्यवस्था 15-20 वर्षों के लिए की गयी थी
उदभट मिश्रा ने सवर्ण समाज के जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत, कायस्थ बनकर हमसे वोट लिया जाता है, लेकिन जीतते ही सामाजिक समरसता की बात करने लगते हैं। सवर्णों के हित की बात तो दूर, सवर्णों का अहित होता देख भी चुप्पी साध लेते हैं। आखिर उनकी यह कैसी सामाजिक समरसता है, जिसमे सवर्ण समाज को उपेक्षित किया जाता है।
रिपोर्टः- रवि झा