डिजीटल डेस्क : Breaking – शेयर बाजार फिर धड़ाम, सेंसेक्स में 710 अंक की गिरावट, निवेशकों को 3 लाख करोड़ का फटका। अमेरिका में फिर मंदी की आशंका से बुधवार को शुरूआती घंटे में ही भारतीय शेयर बाजार चारों खाने चित होकर धड़ाम हो गया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 710 अंक की गिरावट आई जबकि निफ्टी 25,000 अंक के करीब पहुंच गया। आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। इस गिरावट से निवेशकों को 3 लाख करोड़ का फटका लगा है।
कई दिन की तेजी के बाद शेयर बाजार में फिर भारी गिरावट
घरेलू शेयर बाजार में आज भारी गिरावट दिख रही है। शुरुआती शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 550 अंक की गिरावट आई है जबकि निफ्टी 25,000 अंक के करीब पहुंच गया। आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है।
अमेरिका में कमजोर मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ों से एक बार फिर मंदी की आशंका बढ़ गई है। इससे ग्लोबल मार्केट्स में भारी बिकवाली दिख रही है। इसका असर भारतीय बाजार में भी दिख रहा है।
हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन सुबह 9 बजकर 47 मिनट पर सेंसेक्स 578.81 (0.70%) अंकों की गिरावट के साथ 82,013.32 के स्तर पर जबकि निफ्टी 170.95 (0.68%) अंक टूटकर 25,108.90 के लेवल पर कारोबार करता दिखा।
शुरुआती कारोबार में बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.1 लाख करोड़ रुपए घटकर 462.4 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
गिरावट से निवेशकों को 3.1 लाख करोड़ का हुआ नुकसान
निफ्टी आईटी, पीएसयू बैंक और मेटल में एक फीसदी गिरावट आई है। एनएसई पर ओएनजीसी, विप्रो और एलटीआईएम में दो फीसदी गिरावट आई है। इस गिरावट से निवेशकों को 3.1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3.1 लाख करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 462.4 लाख करोड़ रुपये रह गया है।जीआईसी के शेयरों में 5 फीसदी गिरावट दिख रही है। सरकार इस कंपनी में अपनी कुछ हिस्सेदारी ओएफएस के जरिए बेच रही है। इस बीच ङवटर का शेयर 2,655 रुपये के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है।
स्टॉक स्प्लिट के लिए एक्स-डेट की घोषणा होने के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी आई है। सेंसेक्स की गिरावट में सबसे बड़ी भूमिका इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, टीसीएस, भारती एयरटेल और एसबीआई की रही। जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील में 1.5 फीसदी की गिरावट रही।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की वजह यूं समझें…
वैश्विक बाजारों में गिरावट के बाद, बुधवार को भारतीय इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी भी फिसल गए। निवेशकों ने अमेरिकी आर्थिक मंदी से जुड़ी नई चिंताओं और फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण आंकड़ों से पहले सतर्कता सतर्कता बरती, जिसके कारण सभी क्षेत्रों में बिकवाली का दबाव दिखा।
अमेरिका में मंगलवार को आए मैन्यूफैक्चरिंग के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में इसमें गिरावट रही। इससे एक बार फिर अमेरिका में मंदी की आशंका बढ़ गई है। इससे अमेरिका के शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई।
खासकर टेक शेयरों में भारी गिरावट रही। इससे आज दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली दिख रही है। निवेशकों को 17-18 सितंबर को होने वाली यूएस फेड रिजर्व की बैठक का भी इंतजार है। इसमें ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया जा सकता है।