फर्जी बैंक गारंटी देकर करोड़ों का काम लिया, कंपनी व बैंक मैनेजर पर केस

फर्जी बैंक गारंटी देकर करोड़ों का काम लिया, कंपनी व बैंक मैनेजर पर केस

रांची: 26. 6 करोड़ (26,06,66, 913 रुपये) की फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड (जेयूएसएनएल) में करोड़ों का काम लेने का मामला प्रकाश में आया है.

मामला प्रकाश में आने के बाद जेवूएसएनएल मुख्यालय, कुसई कॉलोनी डोरंडा की वरीय प्रबंधक (वित्त व लेखा) नूतन भारती ने डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.

इसमें फर्जी बैंक गारंटी देने वाली कंपनी मेसर्स बेसिक्स इंजीनियरिंग इंडिया मान चार्ल्स लिमिटेड व पंजाब नेशनल बैंक, मंद्रा ब्रांच, हुगली (पश्चिम बंगाल) के तत्कालीन शाखा प्रबंधक श्रीजय मिन्धा के खिलाफ फर्जीवाड़ा संबंधी आरोप लगाया गया है.
प्राथमिकी में कहा गया है कि निविदा के माध्यम से मेसर्स सिम्प्लेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड को अलग-अलग काम आवंटित किया गया था.

मेसर्स सिम्प्लेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड की ओर से नौ दिसंबर 2021 को आवेदन दिया गया कि उनके द्वारा किये गये एकरारनामा के आलोक में वह सब कांट्रेक्टर के रूप में मेसर्स बेसिक्स इंजीनियरिग इंडिया मान स्ट्रक्चरल्स प्राइवेट लिमिटेड को बचा हुआ काम देकर पूरा कराना चाहते हैं.

इसके बाद मेसर्स सिम्प्लेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड (मुख्य-कट्रिक्टर), मेसर्स बेसिक्स इंजीनियरिंग इंडिया-मान स्ट्रक्चरल्स प्राइवेट लिमिटेड (सब- कान्टेक्टर) के साथ बचे हुए काम को पूरा करने के लिए त्रिपक्षीय एकरारनामा किया गया.

उक्त एकरारनामा के बाद मेसर्स बेसिक्स इंजीनियरिंग इंडिया-मान स्ट्रक्चरल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 28 फरवरी 2022 को कार्य प्रारंभ किया गया.

इसके लिए चार बैंक गारंटी दी गयी थी, चारों बैंक गारंटियों के प्राप्त होने पर इनके तात्कालिक अभिरक्षक रंजीत कुमार सिंह, वरीय प्रबंधक (वित एवं लेखा) द्वारा जांच की गयी.

बैंक गारंटी निर्गतकर्ता शाखा पंजाब नेशनल बैंक, मंद्रा शाखा, पोरा बाजार, हुगली से सत्यापन कराया गया, तो पता चला कि बैंक गारंटी उनकी शाखा से निर्गत नहीं किया गया है और वह बैंक गारंटी कहीं से मान्य नहीं है. इसके बाद इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.

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