पटना : राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवानंद तिवारी ने एक बड़ी बात कह दी है। भारतीय उपमहाद्वीप में सांप्रदायिक तनाव को दूर करने के लिए भारत सरकार को सभी मुल्कों की बैठक बुलानी चाहिए। बांग्लादेश में उथल-पुथल मची है। प्रधानमंत्री आवास पर नाराज लोगों ने कब्जा कर लिया था। प्रधानमंत्री शेख हसीना अपनी जान बचाने के लिए देश से पलायन कर गईं, फिलहाल उन्होंने हमारे देश में शरण लिया है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि वहां दो सौ से अधिक जगहों पर हिंदुओं पर हमले हुए हैं। दुनिया के कई मुल्कों में हिंदूओं के विरुद्ध हिंसा का विरोध हो रहा है। मंगवलार को वहां के कार्यकारी प्रधानमंत्री यूनुस साहब ढाका स्थित हिंदुओं के सबसे पवित्र माने जानेवाले ढाकेश्वरी मंदिर गए थे। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा का जायजा लिया और स्पष्ट शब्दों में कहा कि लोकतंत्र में हिंदू, मुसलमान या अन्यों में कोई भेद भाव नहीं है। इन सबके बावजूद भारतीय उप महाद्वीप के अलग-अलग मुल्कों में अक्सरहां सांप्रदायिक तनाव बन जाता है या बना रहता है।
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उन्होंने कहा कि अगर तटस्थ होकर देखा जाए तो इस मामले में हमारे देश का रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा नहीं है। इस महाद्वीप में हमारा देश सबसे बड़ा है। बल्कि आबादी के अनुसार तो दुनिया में सबसे बड़ा देश हमारा है। इस महाद्वीप में हमारे देश के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश. नेपाल और भूटान शामिल हैं। इनमें सबसे बड़ा देश होने के नाते इस उपमहाद्वीप में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की सबसे ज्यादा जवाबदेही हमारी है। अगर हम अपने देश में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखते हैं तो उसका प्रभाव इस उपमहाद्वीप के बाक़ी मुल्कों पर भी पड़ेगा। बल्कि भारत सरकार को इस मामले में पहल करनी चाहिए और उपमहाद्वीप के बाकी मुल्कों की बैठक बुलाकर सांप्रदायिकता तनाव को कैसे कम किया जाए इस मसले पर कोई रास्ता निकालना चाहिए।
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अविनाश सिंह की रिपोर्ट