मोतिहारी : मोतिहारी के सुगौली के माली पंचायत स्थित सिकरहना नदी में बना चचरी का पुल विगत कई वर्षों से अपनी बदहाली पर चीख-चीखकर आंसू बहा रहा है। आसपास के दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर इस रास्ते से आया जाया करते हैं। मठ समिति के द्वारा चचरी पुल बनाकर आस-पास के लोगों को सुविधा दी जाती है साथ ही लोगों से आने-जाने में लाखों रुपए की वसूली भी की जाती है। जो मठ को जाता है। यह पुल जो मुख्यालय को जोड़ती है। जो बरसात में नदी के पानी के धार टूट कर बिखर जाता है जिससे पांच महीनों तक लोगों का मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। किसी तरह दुर रास्ता तय करके मुख्यालय जाते हैं।
आपको बता दें कि इस रास्ते से मोटरसाइकिल और साइकिल सहित पैदल आया-जाया करते हैं। पुल पार करते समय कभी बाइलेश नहीं मिलने से बाइक लेकर नदी में गिर जाते हैं और घायल हो जाते हैं। इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी है। बरसात में लोग रेलवे पुल का का सहारा लेते हैं। जान जोखिम में डालकर पार करते समय लोग ट्रेन की चपेट में भी आ जाते हैं। इस समस्या पर अधिकारी व जनप्रतिनिधि जान-बूझकर चुप्पी साधी हुई हैं। इस रास्ते में पुल का निर्माण होना अतिआवश्यक है जिससे लोग बेहिचक बीना डर भय के आ जा सके।
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सोहराब आलम की रिपोर्ट