औरंगाबाद : छोटे सिंह ने खेला जातीय कार्ड- जिले के टाउन हॉल में आज जदयू का जनसंवाद यात्रा
कार्यक्रम रखा गया. कार्यक्रम में बिहार विधान पार्षद के सदस्य संजय सिंह, पूर्व सांसद मीना देवी,
पूर्व राज्यमंत्री छोटे सिंह समेत कई नेता उपस्थित रहे. कार्यक्रम तो जनसंवाद यात्रा का था
मगर जातीय संवाद का बन कर रह गया.
कार्यक्रम में सिर्फ और सिर्फ राजपूतों का बखान मंच से होता रहा.
एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलित और महादलितों की उत्थान की बात करते हैं,
वहीं उनके द्वारा जनसंवाद यात्रा में भेजे गए उनके ही पार्टी के लोगों ने औरंगाबाद आकर
सिर्फ और सिर्फ राजपूतों का बखान करना शुरू कर दिया, जितने भी प्रवक्ता थे
सभी ने अपने संबोधन में राजपूतों को एकजुट होने की बात कही.

पीएम मोदी ने राजनाथ सिंह को तीसरे नंबर पर फेंका- छोटे सिंह
वहीं वरीय नेता ने यह भी कहा कि हम राजपूत पूरे बिहार में 8 प्रतिशत है लेकिन 18 प्रतिशत की ताकत रखते हैं. पूर्व राज्यमंत्री छोटे सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि हम ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाते हैं. उन्होंने यह कहा कि मोदी को भी प्रधानमंत्री बनने वाले राजनाथ सिंह राजपूत ही थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उस राजपूत को दूध की मक्खी के तरह निकाल कर तीसरे नम्बर के पायदान पर फेंक दिया. इसलिए भाजपा से राजपूतों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि आने वाले दिन में मोदी, राजनाथ सिंह को भी आडवाणी और मुरलीमनोहर जोशी की तरह सदा के लिये निकाल कर फेंक देगा.

छोटे सिंह ने खेला जातीय कार्ड: विधान पार्षद संजय सिंह ने मीडिया को ये समझाया
कार्यक्रम की समाप्ति के बाद जब मीडिया के द्वारा विधान पार्षद संजय सिंह से पूछा गया कि यह जनसंवाद यात्रा है या जातीय संवाद यात्रा, इस पर वह मीडिया को ही समझाने लगे कि जनसंपर्क यानी अपने समाज के लोगों से संपर्क करना और अपने समाज के व्यक्ति का मोबाइल नंबर लेना. यह हमारे सूबे की मुखिया नीतीश कुमार द्वारा जान संवाद यात्रा के दौरान अपने ही समाज के लोगों से मिलने की बात कही गयी है और पूरे बिहार में मुख्यमंत्री के द्वारा जदयू के राजपूतों को तीन यूनिट में बनाकर अपने समाज के लोगों से मिलने के लिए भेजा गया है.
छोटे सिंह ने खेला जातीय कार्ड: 14 जिला में जनसंवाद यात्रा
उन्होंने कहा कि हमारी टीम को 14 जिला में जनसंवाद यात्रा के तहत अपने समाज के लोगों से मिलने की बात कही गयी थी, जिसमें अंतिम जिला औरंगाबाद है. गौरतलब है कि यह मुख्यमंत्री के द्वारा कैसा जनसंवाद यात्रा है, जिसमे केवल एक ही समुदाय के लोगों को आमंत्रित कर गोलबंद होने की बात कही जा रही है.
रिपोर्ट: दीनानाथ मौआर
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