रोहतास : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यानी 19 फरवरी को प्रगति यात्रा के क्रम में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेलाड़ी परिसर से रोहतास जिला के लिए 1378.46 करोड़ रुपए की कुल 1220 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 1110.23 करोड़ रुपए 1971 योजनाओं का शिलान्यास और 258 268.22 करोड़ रुपए की 249 योजनाओं का उद्घाटन शामिल है।
सीएम ने चेनारी, करमचट और दिनारा के लोगों को दी सौगात
प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने रोहतास जिला अंतर्गत चेनारी प्रखंड में 4973.33 लाख रुपए की लागत से करमचट इको टूरिज्म एन्ड एडवेंचर हब योजना, ग्राम बादलगढ़ में 271.16 लाख रुपए की लागत से बोट हाउस कैंप योजना एवं दिनारा प्रखंड में 1489.33 लाख रुपए की लागत से भलुनी धाम इको पार्क योजना का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर शिलान्यास किया। अधिकारियों ने साइट प्लान और मॉडल के माध्यम से शिलान्यास किए गए इन योजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने चेनारी प्रखंड के मलहीपुर पंचायत में ग्राम पंचायत भवन का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने दुर्गावती इको टूरिज्म एन्ड एडवेंचर हब के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान हॉट एयर बैलून बैलून तथा आदिवासी जनजाति विकास समिति द्वारा साल के पत्तों से दोना एवं प्लेट के निर्माण प्रक्रिया का शुभारंभ किया। महुआ आधारित मिठाई निर्माण प्रक्रिया का भी मुख्यमंत्री ने जायजा लिया। मुख्यमंत्री के समक्ष रोहतास जिले के विकास पर आधारित लघु वृत्तचित्र ‘रोहतास ट्रांस्फॉरमेशन जर्नी प्रदर्शित की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ने लाभुकों को मुख्यमंत्री निजी अन्य प्रजाति पौधशाला प्रोत्साहन राशि हेतु तीन लाख रुपए का सांकेतिक चेक प्रदान किया। स्थानीय महिलाओं ने पारम्परिक नृत्य एवं स्वागत गीत गाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने चेनारी प्रखंड के मलहीपुर पंचायत में ग्राम पंचायत भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने आकटीपीएस काउंटर, पुस्तकालय, डाकघर, संवाद कक्ष एवं सुधा मिल्क पॉर्लर का शुभारंभ किया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सौंदर्गीकृत कराए गए तालाब एवं पंचायत सरकार भवन परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का मुख्यमंत्री ने जायजा लिया।
CM ने मलहीपुर ग्राम का भ्रमण कर कराए गए विकास कार्यों का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने मनहीपुर ग्राम का भ्रमण कर कराए गए विकास कार्यों का निरीक्षण किया, इस दौरान स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए। मलहीपुर पंचायत में निर्मित कराए गए बैंडमिंटन कोर्ट का मुख्यमंत्री ने जायजा लिया इस दौरान खिलाड़ियों को खेल किट प्रदान किया। विभिन्न विभागों एवं जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के 2121 लाभार्थियों को परिसंपत्ति सूजन हेतु 10.85 करोड़ रुपए का आर्थिक सहयोग का सांकेतिक चेक, अभियान बसेरा अंतर्गत सुयोग्य श्रेणी के लाभुकों को सरकारी भूमि की बंदोबस्ती प्रमाणपत्र, सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत बकरी फार्म हातस की चाबी, सतत् जीविकोपार्जन योजना (शहरी) अंतर्गत डिटर्जेंट मेकिंग यूनिट की चाबी, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की चाबी, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का सांकेतिका चेक प्रदान किया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना के तहत ट्राई साइकिल की चाबी, मुख्यमंत्री अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना, मुस्लिम तलाकशुदा/परित्याक्ता/ परित्याक्ता महिर महिलाओं हेतु सहायता योजना, जीविका स्वयं सहायता समूह मलहीपुर के लाभुकों को सांकेतिक चेक प्रदान किया। स्टॉल अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे बिहार में आप सभी जीविका दीदियां काफी अच्छा काम कर रही है। जब हम केंद्र में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह के कार्यों को देखे थे। बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बहुत कम थी।
मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों का विस्तार करने का लिया निर्णय
वर्ष 2005 में जब बिहार में हमलोगों की सरकार बनी तब हमलोगों ने स्वयं सहायता समूहों का विस्तार करने का निर्णय लिया। इसके लिये वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर पूरे बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने की विशा में काम शुरू किया गया। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका किया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को जीविका दीदी कहा। उस समय की केंद्र सरकार ने हमलोगों के इस कार्य से प्रेरित होकर देशभर में आजीविका नाम से इस योजना को शुरू किया। हम बिहार में जहां कहीं भी जाते हैं जीविका दीदियों से जरूर मिलते हैं। बिहार में अबतक कुल एक करोड़ 35 लाख से अधिक जीविका दीदियां स्वयं सहायता से जुड़ चुकी हैं। अब हमलोग बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी जीविका समूह का गठन करा रहे हैं। अब तक साढे तीन लाख से अधिक जीविका दीदियों की संख्या शहरी क्षत्रों में हो गई है। आपलोगों को हर प्रकार से सरकर मदद पहुंचा रही है। आपकी जो भी समस्याएं होती है उनका तत्काल निराकरण किया जाता है। जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका दीदियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, हम चाहते इनके कार्यों का और अधिक विस्तार हो। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
CM ने जिलाधिकारी को दिया निर्देश, कहा- जीविका दीदियों को किसी प्रकार की नहीं हो दिक्कत
मुख्यमंत्री ने रोहतास जिला अंतर्गत मलहीपुर में पंचायत सरकार भवन के समीप 9.90 लाख रुपए की लागत से निर्मित सामुदायिवा पशु पशु शेड, बैडमिंटन कोर्ट, 9.98 लाख रुपये की लागत से निर्मित खेल मैदान तथा 9.80 लाख रुपये की लागत से निर्मित तालाब का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने सामुदायिक पशु रोड का निरीक्षण कर उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के 321 लाभार्थियों को डेयरी उद्यम के लिए 1.8 करोड़ रुपए के आर्थिक सहयोग का सांकेतिक चेक, देशी गौ पालन प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया। जीविका दीदियों द्वारा संचालित भी प्रसंस्करण इकाई का भी मुख्यमंत्री ने जायजा लिया।
कॉव नदी पर प्रस्तावित पुल के निर्माण का स्थल किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने संझौली प्रखंड के ग्राम बाजितपुर में कॉव नदी पर प्रस्तावित पुल के निर्माण का स्थल निरीक्षण किया। बिक्रमगंज प्रखंड के ग्राम घुसियोंखुर्द में इंटीग्रेटेड फार्मिंग एवं उत्कर्ष बायोफ्यूल प्लांट का मुख्यमंत्री ने भ्रमण कर अधिकारियों को आवश्यक विशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने रोहतास जिला अंतर्गत नवनिर्मित जिला पंचायत संसाधन केंद्र, सासाराम के शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन किया। इसकी प्राक्कलित राशि 600 लाख रुपए है। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत संस संसाधन केंद्र, सासाराम का निरीक्षण कर वीडियो कॉन्टिंग कक्ष, प्रशिक्षण कक्ष आदि में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया। उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेलाड़ी के परिसर में रोहतास जिला अंतर्गत विकास योजनाओं का रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उद्द्घाटन एवं शिलान्यास किया। विद्यालय प्रांगण में आत्मरक्षा हेतु जुडो कराटे की प्रशिक्षण ले रही छात्राओं से मुख्यमंत्री ने बातचीत करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय के परिसर में स्थापित तीन डी लैब (सौर्यमंडल) (सौर्यमंडल) का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। राजकीय मध्य विद्यालय बेलाड़ी के छात्र-छात्राओं द्वारा भारत के अंतरिक्ष उड़ान पर आधारित बनाए गए प्रोजेक्ट से संबंधित स्टॉल का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने डिस्ट्रीक्ट पंचायत रिसोर्स सेंटर (BPRC), बेदा (साताराम) में प्लस 2 बेलाड़ी उच्च विद्यालय के नवनिर्मित प्रयोगशाला का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्वात् प्रयोगशाला का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली।
CM के कार्यक्रम में कई मंत्री मौजूद रहे
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री सह रोहतास जिला के प्रभारी मंत्री जयंत राज, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, अम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह, विधायक मुरारी प्रसाद गौतम, विधान पार्षद जीवन कुमार, विधान पार्षद निवेदिता सिंह, पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह, पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव, पूर्व विधायक ललन पासवान, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय कुंदन कृष्णन्, परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, जिलाधिकारी उदिता सिंह और पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में रोहतास जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में सासाराम स्थित समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में रोहतास के जिलाधिकारी उदिता सिंह ने जिले में चल रही विकास कार्यों की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन/रिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष औरंगाबाद जिले के जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री का किया स्वागत
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। रोहतास की जिलाधिकारी उदिता सिंह ने जिले में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति के संबंध में एक-एक बात की जानकारी दी है, इसके लिये मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित कुल 14 जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं, जिसे अधिकारियो ने नोट किया है। उनकी हर जरूरी मांगों पर अमल किया जाएगा। प्रगति यात्रा शुरू होने से पहले ही अधिकारियों ने बैठक कर हर जिलें की जरूरतों एवं समस्याओं से अवगत हो चुके थे। उस दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चत की गई है। प्रगति यात्रा में जिलों में जो घोषणाएं की जा रही है उन्हें कैबिनेट से स्वीकृति भी दी जा रही है। हम प्रारंभ से ही बिहार के हर जिले में जाकर समय-समय पर विकास कार्यों को देखते रहे हैं। आज भी हमने यहां जाकर कई जगहों पर विकास कार्यों को देखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के सरकार में हम मंत्री थे, उन्होंने ही हमें मुख्यमंत्री बनवाया। भाजपा के साथ हमारा पुराना रिश्ता है, यह आगे भी कायम रहेगा। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अब लोग अपनी आवश्यकता अनुसार जब जहां चाहें कहीं भी आ-जा रहे हैं। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। बिजली आपूर्ति की स्थिति दयनीय थी। देहाती इलाकों की बात तो छोड़ दीजिए, राजधानी पटना में भी प्रतिदिन अधिकतम आठ घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो पाती थी। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अबतक आठ हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है, 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। हमलोगों ने कोई काम नहीं छोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमलोगों ने काफी सुधार किया है। बड़ी संख्या में नए स्कूल खोले गये हैं। नियोजित शिक्षकों को बड़े पैमाने पर बहाली की गई है। वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं। साथ ही लड़कियां शाम में अपने माता-पिता को बाजार भी ले जाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले आठ घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। हमलोगों ने मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की है और वहां पढ़ानेवाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काफी सुधार किया गया है। वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। इतने अधिक क्षमता का मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल दुनिया में कहीं नहीं है। बाकी पांच पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आईजीआईएमएस, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली का निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसीन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ दिया और इससे जुड़ी महिलाओं को जीविका दीदी कहा। यहां के काम से प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम आजीविका दिया। अब बिहार में जीविका दीदियों की संख्या बढ़कर एक करोड़ 35 लाख हो गई है। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। अब तक शहरी इलाकों में 34 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है, जिससे तीन लाख 60 हजार जीविका दीदिवां जुड़ चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अबतक कुल चार चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोग वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षक्षण दे रहे हैं, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी अन्य दूसरे राज्य के पुलिस बल में उतनी नहीं है। वर्ष 2018 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में सात निश्चय योजना-2 के तहत 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर अब 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। हमने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना अंतर्गत प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन शुरू कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतास जिले में सभी क्षेत्र में विकास के काम कराए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, सभी जिलों में महिला आईटीआई, सभी अनुमंडलों में आईटीआई, जीएनएम संस्थान एवं अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। आवासीय विद्यालय, छात्रावास का भी निर्माण कराया गया है। यहां सदर अस्पताल में 200 बेड के नए अस्पताल का निर्माण कराया गया है। सासाराम शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए बेदा से मोकर तक बाइपास का निर्माण कराया गया है। सिंचाई सुविधाओं को विकसित करने हेतु दुर्गावती जलाशय योजना का नए सिरे से निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। यहां मलई बराज का भी निर्माण कराया गया है। पर्यटकीय सुविधाओं हेतु अनेक कार्य किए गए हैं। वर्ष 2011 में हम रोहतास किला को देखने गए थे। उसे विकसित कर पर्यटकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु कार्य कराया गया, जिसका परिणाम है कि अब बड़ी संख्या में लोग वहां घूमने आते हैं। रोहतास जिले में 67 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है, जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य शेष है वहां जून 2025 तक निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा। रोहतास जिले में आठ विद्युत ग्रिड सब स्टेशन, 50 पावर सब स्टेशन, कृषि कार्य हेतु 53 डेडीकेटेड कृषि फीडर स्थापित हो चुका है, जिसके माध्यम से 3832 किसानों को पटवन हेतु बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। रोहतास जिले में अब तक 25,150 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जिनसे तीन लाख पांच हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। यहां आठ जीविका दीदी की रसोई भी संचालित है।
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रोहतास जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाएं
रोहतास प्रखंड अन्तर्गत रेहल से रोहतासगढ़ किला होते हुए चौरासन मंदिर तक पथ का निर्माण किया जाएगा, इससे देशी एवं विदेशी पर्यटकों को सुविधा होगी। साथ ही लोगों के आर्थिक विकास में गति आएगी। संझौली प्रखंड में वाजिदपुर में कॉव नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा। इससे वाजितपुर, चरपुखा, छलकार एवं चवरीया गांव के लोगों को सुविधा होगी तथा इनका अनुमंडल मुख्यालय से दूरी लगभग 71 किमी कम हो जाएगी। वर्तमान में इनको प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए नाव का उपयोग करना पड़ता है। कुदरा-चेनारी-मल्हीपुर पथ का चौड़ीकरण किया जायेगा, इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
करगहर-बड़हरी-धर्मपुरा पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा। सड़क काफी जर्जर है। इस पथ के जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण कार्य से बड़ी आबादी को सुगम आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी। बरांव-जहानाबाद पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा। सड़क काफी जर्जर है। इस पथ के जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण कार्य से बड़ी आबादी को सुगम आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी। इन्द्रपुरी जलाशय के पास पर्यटन हाट का निर्माण किया जायेगा, इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। डेहरी में औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा, इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा तथा लोगों को रोजगार मिलेगा। कोचस में पुराने बस स्टैंड की जगह नये बड़े बस स्टैंड का निर्माण किया जायेगा। पुराना बस स्टैंड में जगह की कमी है जिसके कारण पर्याप्त नागरिक सुविधा उपलब्ध नहीं है। नये बस स्टैंड का निर्माण आवश्यक है।
वहीं पुरानी जीटी रोड से बबुरा मेन कैनाल पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी। नोखा-नासरीगंज पथ में सोन नहर पर उच्च स्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी। डिहरी-अकोढ़ीगोला-तेतराढ़-राजपुर पथ एवं आयरकोठा-अकोढ़ीगोला अमरातलाब पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। साथ ही आयरकोठा-अकोढ़ीगोला-अमरातलाब पथ पर अकोढ़ीगोला बाईपास का निर्माण किया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी। रोहतास जिले में करगडर, डिहरी, दाक्थ, दिनारा, नासरीगंज, नोखा, नौडड्डठ्ठा, सूर्यपुरा, शिवसागर एवं चेनारी कुल 10 प्रखंडों में नए प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा तथा काराकाट एवं तिलौथू कुल दो प्रखंडों में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह आवासीय परिसर का निर्माण कराया जाएगा। डिहरी-बिक्रमगंज-दिनारा के दिनारा बाजार भाग एवं नटवार बाजार भाग में नाला का निर्माण किया जायेगा, इससे जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी। रोहतास जिले के कोचस में आरा-मोहनियाँ पथ पर बाईपास का निर्माण कराया जाएगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा रोहतास जिले के विकास के लिए और जो जरूरी आवश्यकताएं होंगी, उन्हें पूरा किया जाएगा। बिहार के हर क्षेत्र में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। आगे इस काम में और तेजी लायी जाएगी।
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सलाउद्दीन की रिपोर्ट
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