सीएम हेमंत ने की पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा
झारखंड में सरहुल की धूम : मांदर की थाप पर थिरके सीएम हेमंत सोरेन- राजधानी
रांची सहित पूरे झारखंड में सरहुल पर्व मनाया जा रहा है.
सरहुल को लेकर सुबह से ही झारखंड की राजधानी रांची में चहल पहल तेज है.
सरहुल शोभायात्रा से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी हॉस्टल पहुंचे.
इसके बाद सीएम हेमंत सोरेन सिरम टोली स्थित आयोजन स्थल पर पहुंचे.
वहां पहुंकर मुख्यमंत्री ने पारंपरिक रीति-रिवाज से सरहुल का पूजा-पाठ की.
इसके बाद पारंपरिक नृत्य में भी सीएम हेमंत सोरेन ने भाग लिया.
इस दौरान मांदर की थाप पर मुख्यमंत्री ने जमकर थिरके.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरहुल के मौके पर रांची स्थित मुख्य अखरा में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि सरहुल पर्व झारखंड की माटी से जुड़ा हुआ पर्व है. यहां के लोगांे में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह रहता है. सभी इस पर्व में कोरोना गाइडलाइन का पालन करें.
सीएम हेमंत ने राज्यवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी राज्यवासियों को बधाई दी. कार्यक्रम में सिरकत करने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि झारखंड की संस्कृति में बोलना ही संगीत और चलना ही नृत्य है. आज रांची स्थित छात्रावास में युवाओं के बीच प्रकृति महापर्व सरहुल के शुभ अवसर पर जाने का सौभाग्य मिला. सभी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार.
इस रूट से निकलेगा अखाड़ा
शोभायात्रा के शुभारंभ सरहुल मैदान नया बस स्टैंड समीप शहर अखाड़ा से होगा… इसके बाद यह शोभायात्रा सरदार चौक, पंच मंदिर चौक, झंडा चौक, इंद्रपुरी चौक, पीटीसी चौक, बिरसा मुंडा पुराना बस स्टैंड, अंत में शहर अखाड़ा सरहुल मैदान में समापन की जाएगी. इधर पाहन ने सभी ग्राम ,शहर वासियों को परंपरागत वेशभूषा ढोल नगाड़े के साथ आने की अपील की गई है.
आपको बता दें कि हातमा सरना टोली में केकड़ा मछली पकड़ने का कार्यक्रम पूरा हो चुका है. रविवार शाम को केंद्रीय सरना टोली हातमा स्थित सरहुल पूजा शोभायात्रा के उद्गम स्थल पर जगलाल पाहन द्वारा 5 मुर्गे को चढ़ाकर दो घड़े में पानी रखा गया था. सोमवार सुबह उन घड़ों के पानी की स्थिति देखकर भविष्यवाणी की गई कि आने वाली फसलें और बारिश कितना होगी. दस बजे फिर 5 मुर्गे को चढ़ाया गया. इसके बाद नए फल फूलों की सब्जियां तथा चढ़ाए गए मुर्गे की टहरी बनाकर प्रसाद स्वरूप बांटे गए.
रिपोर्ट: करिश्मा सिन्हा