नालंदा: सीएम नीतीश के फैसले का विरोध अब उनके ही जिले नालंदा में होने लगा है। नालंदा में मुखिया संघ की बैठक में पंचायतों के मुखिया ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय लिया है। मुखिया संघ की बैठक में धरना प्रदर्शन समेत अन्य तरह से भी आंदोलन करने की रणनीति बनाई गई। दरअसल बीते दिनों बिहार कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि अब मुखिया स्तर के योजनाओं में 15 लाख रूपये से कम के योजनाओं का भी टेंडर निकाला जायेगा।
बिहार कैबिनेट के इस फैसले से जिले के मुखिया में आक्रोश व्याप्त है। मामले को लेकर सोमवार को बिहारशरीफ में मुखिया संघ की एक बैठक की गई।बैठक में मुखिया संघ के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय लिया और आंदोलन की रणनीति बनाई। मामले को लेकर परवलपुर प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष बाल्मीकि सिंह यादव ने कहा कि सरकार लगातार मुखिया के अधिकारों में कटौती कर रही है। पंचायत के कई योजनाओं को मुखिया के अधिकार क्षेत्र से बाहर कर दिया गया।
मुखिया के अधिकारों में कटौती की वजह से पंचायतों के विकास की गति में धीमी हो गई है। पंचायतों का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। वहीं भुई पंचायत के मुखिया सुनील कुमार ने कहा कि बैठक में कैबिनेट के फैसले के विरोध में सरकार का विरोध करने की रणनीति बनाई गई। हमलोग विभागीय मंत्री समेत मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांग रखेंगे और फैसले को वापस लेने की मांग करेंगे। अगर हमारी मांग पूरी नहीं की जाएगी तो हम धरना प्रदर्शन समेत हर तरह से सरकार का विरोध करेंगे।
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नालंदा से राजा कुमार की रिपोर्ट
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