Desk. बड़ी खबर मणिपुर से है। यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। बता दें कि, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस्तीफा पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के करीब दो साल बाद आया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपना इस्तीफा मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को सौंप दिया था।
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मणिपुर के सीएम पद से एन बीरेन सिंह का इस्तीफा
जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की संभावना थी। इससे पहले ही सीएम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने उसी दिन नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद उन्होंने मणिपुर लौटने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
बता दें कि, प्रदेश की विधानसभा में भाजपा के 32 विधायक हैं। साथ ही नागा पीपुल्स फ्रंट के पांच और जद (यू) के छह विधायकों का भी समर्थन मिला हुआ है। सहयोगी कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी द्वारा समर्थन वापस लेने के बावजूद भी भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है। हालांकि केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी। इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया है।
वहीं मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास पांच सीटें हैं, जबकि विपक्षी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के पास सात विधायक हैं। इसके अतिरिक्त, तीन निर्दलीय विधायक और कुकी पीपुल्स अलायंस का प्रतिनिधित्व करने वाले दो सदस्य हैं।