प्रयागराज : महाकुंभ में बसंत पंचमी पर व्यवस्थाएं सुचारू रखने को CM Yogi ने तय की सबकी जिम्मेदारियां, हर श्रद्धालु के सुगम स्नान पर फोकस । महाकुंभ 2025 में बीते मौनी अमावस्या पर हुए हादसे सबक लेते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर 3 फरवरी को होने वाले अमृत स्नान के लिए सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए अधिकारियों एवं मेला प्रबंधन के पेंच कसे हैं।
CM Yogi आदित्यनाथ ने दो टूक लहजे में महाकुंभ मेला संबंध पर हर बिंदु की समीक्षा की एवं तदनुरूप अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी। अधिकारी बड़े स्तर के भले ही हों लेकिन काम की जिम्मेदारी को लेकर अन्य पर थोपने वाली नीति बर्दाश्त नहीं होगी। महाकुंभ 2025 में पूरी व्यवस्था का फोकस CM Yogi ने हर हाल आ रहे हर श्रद्धालु के सुगम संगम स्नान एवं सुरक्षित वापसी पर रखा है एवं इसमें किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही या चूक क्षम्य नहीं होगी।
सुगम स्नान के लिए ऐरावत घाट का नाम संगम नम्बर-2
प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आईसीसीसी सभागार में बसंत पंचमी को होने वाले अमृत स्नान की तैयारियों की समीक्षा करने के क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘3 फरवरी को बसंत पंचमी के अमृत स्नान को जीरो इंसिडेण्ट बनाने के लिए सभी अधिकारी कार्य करें। देश और दुनिया महाकुम्भ की व्यवस्थाओं और इसकी भव्यता की सराहना कर रही है। आमजन भी प्रदेश सरकार और मेला प्रशासन की प्रशंसा कर रहा है।
…बसंत पंचमी के अमृत स्नान को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए कुशल अधिकारियों की तैनाती की जाए, जिनकी व्यवस्था को बेहतर बनाने में रुचि हो। अधिकारी में ड्यूटी का जज्बा होना चाहिए। इसी जज्बे के लिए पुलिस कर्मियों की लगातार एक महीने ट्रेनिंग कराई गई थी। महत्वपूर्ण स्थलों पर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए।
…हर कोई संगम में स्नान करना चाहता है। यह लोगों की आस्था है और हमें उसका सम्मान करना चाहिए। लेकिन हर किसी को संगम नोज पर नहीं भेजा जा सकता। खासतौर पर प्रमुख स्नान पर्वों में, जब पूरे देश और दुनिया से लोग यहां पर आ रहे हैं। ऐसे में वैकल्पिक रूप से ऐरावत घाट का नाम संगम नम्बर-2 किया जा सकता है, क्योंकि वह भी संगम का ही क्षेत्र है’।
CM Yogi ने STF चीफ और UPPCL चीफ को महाकुंभ में किया तैनात
इसी क्रम में समीक्षा बैठक में CM Yogi आदित्यनाथ ने खुद ही बसंत पंचमी के लिए भीड़ प्रबंधन समेत तमाम दूसरी व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों की तत्काल प्रभाव से तैनाती एवं उनकी जिम्मेदारियां तय कर दीं। UPPCL के प्रमुख आशीष गोयल एवं STF चीफ अमिताभ यश को ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए।
CM Yogi ने कहा कि – ‘रोड को जाम न होने दें। कहीं भी भीड़ एक-दूसरे को क्रॉस न करे। हर अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए। इसके अलावा दो अधिकारी कंट्रोल रूम से व्यवस्था की निगरानी करें। शेष अधिकारी बॉर्डर, शहर और मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें। कार्यरत अधिकारियों के लिए वहीं पर टेण्ट और खाने पीने की व्यवस्था की जाए।
…आवश्यकतानुसार सेक्टरों की व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तत्काल सेक्टर मजिस्ट्रेट को चेंज किया जाए। उनके स्थान पर वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया जाए। जो भी अधिकारी, कर्मचारी प्रमुख स्थलों पर तैनात किए जाएं, उनका व्यवहार लोगों के प्रति अच्छा होना चाहिए। अभद्र व्यवहार करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। टीम लीडर अच्छा होना चाहिए।
…विपरीत परिस्थितियों में भी चुनौतियों का सामना करने की आदत डालें। यदि आवश्यक हो तो पुलिस की काउंसिलिंग करें, लेकिन पब्लिक के साथ अच्छा व्यवहार करें। हमारे पास फोर्स की कोई कमी नहीं है। पूरे मेला क्षेत्र में 75 हजार से अधिक पुलिस फोर्स उपलब्ध करायी गई है’।
CM Yogi बोले – भीड़ के दबाव वाले क्षेत्रों पर हो फोकस, यमुना-शास्त्री क्रॉस ना करने दें
CM Yogi आदित्यनाथ ने इसी क्रम में बसंत के अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं के सुगम स्नान की व्यवस्थाओं को चाकचौबंद करने के लिए कुछ निर्देश दो टूक वाले अंदाज में दिए। CM Yogi ने कहा कि – ‘3 फरवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इसके दृष्टिगत समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। अधिकारीगण समन्वय के साथ कार्य करें। लोगों का मूवमेण्ट फ्रीक्वेण्ट होना चाहिए।
…बैरीकेडिंग जहां आवश्यक हो वहां लगाएं। भीड़ के प्रवाह को रोकें नहीं, बल्कि उन्हें बड़े स्पेस में ले जाकर डायवर्ट करें। बसंत पंचमी के अमृत स्नान हेतु सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर विभागीय और अन्तरजनपदीय समन्वय बनाकर आयोजन को सफल बनाएं। जिन जगहों पर भी बैरियर लगाए जाएं, उन्हें मजबूती से स्थापित किया जाए। साइनेजेज को ऊँचाई पर स्थापित करें और वहां प्रकाश की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सैटेलाइट फोन के उपयोग हो।
…संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। यमुना ब्रिज, शास्त्री ब्रिज से किसी भी स्थिति में भीड़ क्रॉस नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पाण्टून पुलों को व्यवस्थित तरीके से संचालित करें। भीड़ के दबाव वाले क्षेत्रों पर फोकस करें। भीड़ के दबाव वाले स्थलों पर विशेष ध्यान देते हुए उन क्षेत्रों में अनुभवी और सक्षम अधिकारियों की तैनाती की जाए।
…साथ ही, पाण्टून पुल पर एक विशेष टीम हमेशा तैनात रहे, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। इसके अलावा, चेकर्ड प्लेटों को समय-समय पर जांच कर आवश्यकता पड़ने पर बदला जाए। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए परिवहन निगम और मेला प्रशासन के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जाए।’