गाजियाबाद : Akhilesh Yadav पर CM Yogi के तीखे बोल – इनके अंदर घुसी औरंगजेब की आत्मा। बुधवार को गाजियाबाद पहुंचे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे रौ में दिखे। अपनी पहचान के अनुरूप कड़क मिजाज में बुधवार को गाजियाबाद में CM Yogi ने प्रतिपक्षियों पर निशाना साधते हुए भाषण दिया।
निशाने पर मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया Akhilesh Yadav रहे। लगे हाथ कांग्रेस और राहुल गांधी को भी लपेटा। लेकिन दोनों ही नेताओं का नाम लिए बिना उन्होंने अपने संबोधन में उन पर करारा हमला बोला। CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘इनकी प्रवृत्ति तो देखो। औरंगजेब की आत्मा सचमुच इनके अंदर घुस चुकी है’।
Akhilesh पर सीएम योगी – ..इसीलिए ये धर्माचार्यों को माफिया बोलते हैं
समाजवादी मुखिया Akhilesh Yadav ने चंद दिनों पहले मठाधीश और माफिया को लेकर बयान दिया था। बुधवार को गाजियाबाद में उसी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए जबरदस्त पलटवार किया।
CM Yogi ने कहा कि – ‘अब अपने संस्कार के अनुरूप ये धर्माचार्यों को माफिया बोलते हैं। इनकी प्रवृत्ति तो देखो…औरंगजेब की आत्मा इनके अंदर इस कदर घुस चुकी है कि भारत के धर्म और संस्कृति के प्रतीक धर्माचार्यों को माफिया कहते हैं और जो संगठित अपराध में लिप्त थे (भूमाफिया, वन माफिया, पशु माफिया), उस माफिया के सामने ये घुटना टेक करके नाक रगड़ने का काम करते थे।
युवाओं का शोषण करते थे। किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करते थे। व्यापारियों को पलायन के लिए मजबूर करते थे। और इन्हीं के कारण कैराना जैसी घटनाएं घटित हुईं। कैराना से व्यापारियों को, हिंदुओं को पलायन करना पड़ा था। कांदड़ा से पलायन करना पड़ा था। बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी’।
सपा पर CM Yogi का हमला – माफिया और दंगाई ही थे उनकी कमाई का जरिया
पश्चिम त्रिपुरा के दौरे के बाद बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद में अपने उसी पुराने अंदाज में भाषण देते दिखे जिसके लिए लोगों में उनकी अलग साख है। प्रतिपक्षी दल और नेता पर सधे शब्दों में CM Yogi ने करारा प्रहार किया।
CM Yogi आदित्यनाथ ने आगे कहा कि – ‘…लेकिन मौजूदा डबल इंजन की यूपी सरकार के कार्यकाल में दंगाई और माफिया कहां चले गए हैं, पता नहीं चल रहा। उससे उनके आका परेशान हो गए हैं क्योंकि वह माफिया और दंगाई ही उनकी कमाई का जरिया था।
जब आप किसी गैंग लीडर की कमाई पर हमला करेंगे तो वह उग्र होगा। वह समय उग्र हो जाएगा। फिर वह सामान्य शिष्टाचार को भी भूलकर अनर्गल प्रलाप करते दिखाई देगा। आज यही हो रहा है।
कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी। इन्हें न देश की चिंता है और ना समाज की चिंता है। इन्हें न आपकी चिंता है, न युवाओं की चिंता है और ना आपके आस्था की चिंता है। इन्हें तो केवल अपने परिवार की चिंता है।
परिवार पर आधारित इन पार्टियों का देश के प्रति, समाज के प्रति कोई दायित्व नहीं रह गया है। ये केवल और केवल संकीर्ण स्वार्थों के लिए समाज को बांटेंगे। जातीयता के नाम पर आपस में लड़ाने का काम करेंगे। और वर्ग संघर्ष की स्थिति पैदा करते हुए दंगाइयों को लूटपाट करने, बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की छूट देंगे’।
प्रतिपक्षी दलों पर CM Yogi ने कसा तंज – नजर नहीं है लेकिन नजारों की बात करते हैं..
समाजवादी पार्टी को मुख्य रूप से निशाने पर लिए हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने उसके सहयोगी दल कांग्रेस को भी लपेटा। उसी क्रम में उन्होंने उनकी जमकर चुटकी और एक शायर की पंक्तियों का उल्लेख कर तंज कसा तो दीर्घा से जमकर योगी-योगी के नारे लगे।
CM Yogi ने कहा – ‘वे आज दावे तो बड़े-बड़े करते हैं लेकिन इनके काले कारनामों को आप एक-एक करके देखना प्रारंभ करेंगे तो आपको अहसास होगा कि वास्तव में इन लोगों ने सत्ता का कितना दुरूपयोग किया।
इनके बारे में मुझे केवल एक शायर की बात याद आती है – नजर नहीं है लेकिन नजारों की बात करते हैं / जमीं पे चांद सितारों की बात करते हैं / वो हाथ जोड़ के बस्ती को लूटने वाले / भरी सभा में ये सुधारों की बात करते हैं..।
हां, इन्होंने लूटा है। आज यूपी के अंदर ये जो दो लड़कों की जोड़ी लोगों को गुमराह करने के लिए आई है, इन्होंने लूटने के सिवाय और अपने परिवार के सिवाय किसी का कोई हित नहीं किया है, कभी नहीं किया है।
इन लोगों को जब भी जनता जनार्दन ने शक्ति दी है तो इन्होंने उस शक्ति का दुरुपयोग किया है। वैसे ही दुरुपयोग किया है जैसे किसी कालखंड में भस्मासुर ने किया था। आपकी ताकत से ही आपकी आस्था पर प्रहार।
अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार हिंदुओं को दबाने के लिए सांप्रदायिक विरोधी कानून लाने और राम सेतु को तोड़ने का काम रही थी और अयोध्या में राम मंदिर के मार्ग में बाधक बन रही थी, देश के अंदर कश्मीर में उग्रवाद को पनपा रही थी और देश की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रही थी, तो समाजवादी पार्टी भी तो उसी के नक्शेकदम पर चल रही थी।
गुंडागर्दी की चरम, अराजकता की चरम, हर दूसरे-तीसरे दिन एक दंगा, हर माफिया के साथ इनके रिश्ते। और समाजवादी पार्टी वाले तो दुर्दांत माफिया और अपराधियों के सामने नाक रगड़ते थे’।