रांची: चुटिया के किशन सिंह कॉलोनी स्थित होटल सम्म्राट के कमरे में विकास कुमार ने वेंटिलेटर में गमछा के सहारे फांसी लगा लिया था.
इसको लेकर मृतक के भाई कैलाश कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में विजय कुमार पर नौकरी के नाम पर आठ लाख रूपये ठगने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.
इस संबंध में जो जानकारी आ रही है उसके अनुसार चुटिया में विजय कुमार महरान प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है उसने विकास को एक बड़े होटल में कैशियर की नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपये ठग लिया था.
इसी तनाव में विकास ने आत्महत्या कर ली.कैलाश कुमार अभी जमशेदपुर में रहते है.उन्होंने बताया कि उनके भाई के पास से मिले सुसाइड नोट से उन्हें पता चला कि मध्यप्रदेश निवासी तथा चुटिया में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले विजय कुमार महाजन ने उसे नौकरी के नाम पर आठ लाख रुपये ठग लिया था.
विजय को रुपये देने के लिए उसने कुछ रुपये घर से लिया था और कुछ रुपये अपने दोस्तों से कर्ज लिया था.
वह कई बार रांची आया था. उसने दोस्तों से कहा था कि नौकरी मिल जायेगी तो धीरे-धीरे सबको रूपये लौटा देगा. लेकिन नौकरी नहीं मिली तो तनाव में आकर उसने आत्महत्या कर ली.