रांची: राज्य में हेमंत सोरेन सरकार के तहत, कांग्रेस पार्टी के चारों मंत्रियों ने एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। इन मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले छह जिलों में जनता के बीच जाने और उनकी समस्याओं को सुनने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, हर सप्ताह के सोमवार को, रांची के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी जनसुनवाई का आयोजन किया जाएगा।
कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के नेतृत्व में चारों मंत्रियों की बैठक हुई, जिसमें तय किया गया कि अब हर सप्ताह के सोमवार को एक मंत्री कांग्रेस भवन में जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए जनसुनवाई करेगा। बाकी के तीन मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों के किसी न किसी विधानसभा क्षेत्र में जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे।
इसके अलावा, अगर कोई मंत्री प्रदेश कार्यालय में किसी कारणवश उपलब्ध नहीं रहते हैं, तो उनकी जगह कोई और मंत्री जनसुनवाई करेगा। इसके साथ ही, बैठक में यह भी तय हुआ है कि सभी पार्टी के नेता एकसाथ मिलकर डुमरी उपचुनाव में झामुमो उम्मीदवार बेबी देवी के समर्थन में काम करेंगे।
बैठक के बाद, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने बताया कि जो शेड्यूल जनसुनवाई का अनुसरण किया जाएगा, और सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता 28 अगस्त को जनसुनवाई करेंगे। उसके बाद, बारी आएगी मंत्री रामेश्वर उरांव, फिर आलमगीर आलम, और अंत में बादल पत्रलेख कांग्रेस भवन में जनसुनवाई करेंगे। इसका प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी।
आलमगीर आलम ने यह भी बताया कि प्रदेश प्रभारी के पदभार संभालने के बाद, जनता दरबार शुरू किया गया था, जो हर शनिवार को कांग्रेस भवन में आयोजित होता था। लेकिन सरकार को अस्थिर करने की कोशिश के बावजूद, इसमें वांछित प्रभाव नहीं दिखा। अब जनसुनवाई की रूपरेखा को नया दिशा देने के लिए कदम उठाया गया है। कांग्रेस पार्टी की आलाकमान की उम्मीद है कि उनके मंत्री नकरारात्मक समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्रिय रहेंगे। हर सप्ताह और हर महीने, मंत्री और विधायक जनता के बीच होंगे, जिससे सकारात्मक परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने यह भी दिलाया कि जो विधानसभा चुनावों में जीत नहीं सके, वह जिलों में जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे।