रांची : केंद्र सरकार के निर्देश पर आरबीआई द्वारा डीवीसी के बकाया राशि भुगतान के नाम पर झारखंड सरकार के खाते से पैसा काटने के विरोध में आज रांची में कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया. प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं ने जीएसटी के बकाया का अविलंब भुगतान और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों पर बकाया लाखों करोड़ों रुपये उपलब्ध कराने के साथ ही गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ किये जा रहे भेदभावपूर्ण नीति को समाप्त करने की मांग की है.
कांग्रेस नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा. राजेश गुप्ता छोटू, प्रदेश ओबीसी कांग्रेस अध्यक्ष अभिलाष साहू, खेल विभाग प्रदेश कांग्रेस चेयरमैन अमरेन्द्र सिंह और परवेज आलम के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में पुतला दहन किया गया. प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्त्ता अपने हाथों में तख्तियां लिये थे, जिसमें -‘‘डीवीसी का बकाया खाते से काटना बंद करो, केंद्र सरकार झारखंड की हकमारी बंद करो, केंद्र सरकार डकैती बंद करो, संघीय ढांचा पर हमला बंद करो, राज्य का जीएसटी का बकाया देना होगा, के नारे लगा रहे थे. करीब आधे घंटे तक नारेबाजी और प्रदर्शन के बाद जुलूस सभा में तब्दील हो गयी.
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए आलोक कुमार दूबे ने कहा कि कोरोना काल में जब राजस्व संग्रहण कम हो गया, उस संकट के दौर में केंद्र सरकार द्वारा पूर्ववर्ती रघुवर दास शासन में गलत तरीके से हुए त्रिपक्षीय समझौते का हवाला देते हुए जबरन तरीके से झारखंड सरकार के खाते से डीवीसी बकाया भुगतान के नाम पर हजारों करोड़ रुपये काट लिये गये. जबकि केंद्र सरकार की ओर से कोरोना काल में रिम्स को स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध कराये गये, वे इतने घटिया निकले, कि उसका इस्तेमाल तक नहीं हो पाया और मरीजों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि एक बार फिर आशंका बढ़ गयी है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर आरबीआई द्वारा झारखंड सरकार के खाते से राशि की निकासी जरूर कर ली जाएगी, ताकि राज्य की जनता को विकास योजनाओं का लाभ नहीं मिल सके और राज्य सरकार की बदनामी हो अगर ऐसा हुआ, तो कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेगी और रांची स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में हल्ला बोल और घेराव कार्यक्रम आहूत किया जाएगा.
लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि जब रोम जल रहा था, तो वहां का शासक बांसुरी बजा रहा था, इस कहावत को चरितार्थ करते हुए भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेतागण सिर्फ केंद्र सरकार के हां में हां मिलाने में जुटे है और उन्होंने राज्य की जनता को भगवान भरोसे छोड़ना का काम किया है. राज्य की जनता अब आग और पानी के साथ ही भाजपा नेताओं से भी सावधान रहने का तरीका ढूढंने में जुटी है.
डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि भाजपा नेताओं को जनता की कठिनाईयों से उनका कुछ लेना देना नहीं हैं, इसलिए अब केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ राज्य की जनता सड़क पर उतरने को मजबूर है.
रिपोर्ट : प्रतीक सिंह