स्मार्ट मीटर को लेकर नागरिक मंच के बैनर तले उपभोगताओं ने दिया एकदिवसीय धरना

स्मार्ट मीटर को लेकर नागरिक मंच के बैनर तले उपभोगताओं ने दिया एकदिवसीय धरना

मधेपुरा : बिजली विभाग में व्याप्त भष्टाचार और जेई की मनमानी सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर मधेपुरा के बिजली विभाग कार्यालय परिसर में नागरिक मंच के बैनर तले उपभोगताओं ने एकदिवसीय धरना दिया और जमकर की विभाग व सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। बता दें कि एक तरफ जहां सरकार और बिजली विभाग स्मार्ट मीटर को साफ-सुथरा बता रहे हैं और उपभोगताओं को इससे लाभ की बात कर रहे हैं। वहीं उपभोगता इसे गलत बता कर स्मार्ट मीटर लगाने का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। वहींं धरना कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे नागरिक मंच के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव और नागरिक मंच के संरक्षक प्रमोद प्रभाकर ने स्मार्ट मीटर से कॉर्पोरेट घराने को लाभ पहुंचने कि बात बता रहे हैं। इन विभिन्न मांगों के समर्थन में आज नागरिक मंच के बैनर तले आक्रोशित बिजली उपभोगताओं ने जिला मुख्यालय के बिजली विभागीय कार्यालय परिसर में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन की।

वहीं इस मौके पर नागरिक मंच के अध्यक्ष और संरक्षक ने सरकार और विजली विभाग पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि बिजली विभाग आज नागरिकों के आर्थिक और मानसिक शोषण का कारण बनता जा रहा है। कॉरपोरेट कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर लगाई जा रही हैं। बताने के लिए तो सरकार और विभाग इसके कई लाभ गिनाते हैं, लेकिन लोग विजली विभाग के मनमाने बिल से परेशान हैं। इतना ही नहीं जहां अन्य राज्यों में बिजली का दाम तीन से चार रुपया है। वहीं बिहार में छह से 10 रुपए वसूल कर जनता का शोषण कर रही है।

यह भी देखें :

उन्होंने बताया कि नागरिक मंच प्रीपेड मीटर लगाने का पूर्ण रूपेण विरोध करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आज बिजली विभाग में व्याप्त भष्टाचार है। जेई की मनमानी चरम है। उपभोगताओं से मनमाने बिल की उगाही की जाती है। जिससे नाराज बिजली उपभोगताओं ने अपनी नौ सूत्री मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में हमलोग और मधेपुरा की जनता सड़क पर उतरेंगे। बिजली विभाग और सरकार के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन की आगाज करेंगे।

यह भी पढ़े : ACS एस सिद्धार्थ के साथ रोज आम चर्चा, स्कूलों में अब धीरे-धीरे बदल रहा है गिरती शिक्षा व्यवस्था का स्वरूप

रमण कुमार की रिपोर्ट

Share with family and friends: