लोहरदगाः 10 दिनों से लगातार नक्सलियों के विरूद्ध पुलिस का अभियान जारी है. इस अभियान में पुलिस को लगातार सफलता हासिल हो रही है. छापेमारी के दौरान पेशरार थाना के हरकट्ठा जंगल में शुक्रवार को भी पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को गोली लगने की भी सूचना है. पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली इंसास रायफल, आईईडी बम, सीरीज बम, सैकड़ों गोली, वर्दी, और काफी संख्या में जूते समेत भारी मात्रा में असलहा छोड़कर भाग निकले. मुठभेड़ स्थल पर पुलिस को कई जगहों पर खून के निशान मिले हैं.
10 दिनों में 7वीं मुठभेड़
मुठभेड़ मामले में पुलिस फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. नक्सलियों के साथ दस दिनों में पुलिस की यह 7वीं मुठभेड़ है. सूचना है कि लोहरदगा, लातेहार और गुमला जिले की पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने बुलबुल जंगल में 15 लाख के इनामी माओवादियों के रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू और रंधु उरांव के दस्ते को घेर लिया है. सर्च अभियान में सीआरपीएफ 209 बटालियन के अधिकारी के नेतृत्व में कोबरा, झारखंड जगुआर और जिला पुलिस के करीब 500 से अधिक जवान लगे हुए हैं.
सर्च अभियान में मिली सफलता
पुलिस के सर्च अभियान से बचने के लिए नक्सली इधर से उधर भूखे प्यासे भागे फिर रहे हैं. शुक्रवार को नक्सलियों ने हरकट्ठा जंगल में ठिकाना बनाया, पुलिस को भनक लगते ही वहां भी मुठभेड़ हुई जहां से नक्सली भागने को विवश हो गए. हरकट्ठा जंगल में अचानक जवानों को देखकर नक्सलियों के दस्ते ने फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षा बलों ने उनका डटकर जवाब दिया. इसके बाद रवींद्र गंझू दस्ते के नक्सली हथियार, गोली समेत अन्य सामान छोड़कर भाग खड़े हुए. आसपास के ग्रामीणों के अनुसार, जंगल में रह-रहकर गोलियों की तड़तड़ाहट गूंज रही है. पुलिस और नक्सलियों के बीच सैकड़ों राउंड गोलीबारी हुई.
रिपोर्ट- दानिश