Darbhanga: बीते दिनों एक अख़बार के डिजिटल में छपी खबर को दरभंगा जिला प्रशासन ने भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। मामले में दरभंगा के जिलाधिकारी ने प्रशासन पर लगाये गए और आरोपों तथा घोटाले की बातों पर एक एक कर जांच रिपोर्ट जारी किया है। दरअसल बीते दिनों एक अख़बार के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर खबर चली थी कि दरभंगा के कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड अंतर्गत उजुआ सिमरटोका पंचायत के बुढिया सुखरासी गांव में अपराधियों के डर से पूरे गांव के पलायन करने, प्रधानमंत्री आवास योजना के पैसे से मकान बनाने के बदले हथियार खरीदने, और शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ठप होने की बात छपी थी।
मामले में जिलाधिकारी ने बताया कि खबर छपने के बाद बिरौल अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रभारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा जांच कराया गया। जांच में सामने आया कि गांव में सदा समुदाय के लोग रहते हैं। कुल 151 परिवारों में 2025 के वोटर लिस्ट के अनुसार 715 मतदाता हैं। इस गांव में जनवितरण प्रणाली विक्रेता के यहां से 135 परिवारों ने अपने राशन का उठाव किया है। मात्र 12 परिवार गांव में नहीं रहते हैं जिनके गांव में नहीं रहने का ठोस कारण वहां स्थानीय लोग नहीं बता सके। इसके साथ ही अख़बार में बताया गया है कि गांव के लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के पैसे से घर नहीं बना कर हथियार खरीदी है। Darbhanga Darbhanga Darbhanga
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मामले में कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने जानकारी दी है कि वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24, 2023-24 में पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक भी आवास का लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। जब बीते तीन वर्षों में आवास योजना की राशि दी ही नहीं गई तो फिर उस राशि से हथियार खरीद कहां से होगा। मामले में स्थानीय थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में सहरसा के काजल यादव की इस गांव में हत्या हुई थी।
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मृतक के भाई साधू यादव को आशंका है कि इस गांव के लोगों का हत्या में हाथ है। इसके साथ ही कोसी उपधारा में मछली पकड़ने को लेकर सुखरासी गांव के सदा समुदाय के लोगों और साधू यादव के बीच वर्चस्व की लड़ाई में विवाद होते रहता है और इस वजह से यहां के प्राथमिक विद्यालय के उपरी तल्ले पर बीएमपी के 7 जवानों की तैनाती की गई है ताकि गांव में कोई विवाद की स्थिति से निपटा जा सके। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पंचायत पूरी तरह से कोसी के बेसिन में बसा है और इस वजह से यहां हर वर्ष बाढ़ आती है। Darbhanga Darbhanga
बाढ़ की वजह से इस गांव में पक्की सड़क नहीं बनाई जा सकी है जबकि गांव में एक प्राथमिक विद्यालय है जिसमें करीब 40-50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति होती है। बच्चों की उपस्थिति कम होने का मुख्य कारण है कि सदा समुदाय में शिक्षा के प्रति जागरूकता की कमी, बावजूद इसके प्रतिदिन स्कूल में 80-90 छात्र प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं। जिलाधिकारी ने पूरी खबर को भ्रामक और तथ्यहीन बताते हुए पूरी जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजा है। Darbhanga Darbhanga
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