बोकारो : भूख हड़ताल पर बैठे मृत आश्रित कर्मचारियों की तबियत बिगड़ने लगी है. हड़ताली राजकुमार पाठक की देर रात हालत गम्भीर हो गई, इसके बाद उन्हें इलाज के लिए बोकारो जेनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आश्रित संघ के नेता नीरज चौबे ने कहा कि इस कड़कड़ाती ठंड में हमलोग अब गर्म कपड़े भी नहीं पहनेंगे. उन्होंने कहा कि जब मरना ही है तो हमलोग भूखे रहने के बाद अब ठंड का सामना करेंगे. चौबे ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन जबतक नौकरी देने के वायदे के साथ-साथ तिथि निर्धारित नहीं करता है, तबतक आंदोलन वापसी के बारे में सोच भी नहीं सकते है.
बता दें कि आज सातवें दिन भी हड़ताल जारी है. रविवार की सुबह इन आंदोलनकारियों को आंदोलन स्थल से उठाकर कुमार मंगलम स्टेडियम में शिफ्ट किया गया था, जहां देर शाम तक उन आंदोलनकारियों को निजी मुचलके पर छोड़ने की बात बीडीओ चास ने कही थी. लेकिन जब बीडीओ पहुंचे तो आंदोलन में शामिल लोगों ने भोजन-पानी भी लेने से इंकार कर दिया. जिसके बाद बीडीओ बैरंग लौट आए. अब आंदोलनकारियों ने जान देने की धमकी दी है, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
रिपोर्ट : चुमन कुमार
डालमिया सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी की मांग को लेकर रैयतों का भूख हड़ताल
