पटना : सारण जिला के रसुलपुर थाना में 17 जुलाई 2024 को तिहरे हत्याकांड के अभियुक्तों को नए कानून बीएनएस के तहत आजीवन कारावास एवं 25-25 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई गई। नए आपराधिक कानून के अंतर्गत यह राज्य में गंभीर कांडों में पहली सजा है। इस हत्याकांड के अनुसंधान और ट्रॉयल (विचारण) से जुड़े सभी व्यक्तियों के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है। जिस कारण इस तरह के जघन्य घटनाओं में त्वरित अनुसंधान एवं विचारण के परिणामस्वरूप 50 दिनों के अंदर ही अभियुक्तों को सजा दिलाई जा सकी। इस कांड के त्वरित विचारण में सहयोग देने वाले पुलिस, फॉरेंसिक एवं अभियोजन टीम से जुड़े पदाधिकारियों को पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
Highlights
इन पदाधिकारियों के नाम हैं
1. डॉ. कुमार आशीष, भापुसेपुलिस अधीक्षक
2. सुरेन्द्रनाथ सिंह, लोक अभियोजक, व्यवहार न्यायालय
3. राजकुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर-2
4. पुनि राकेश कुमार सिंह, प्रभारी अभियोजन कोषांग, पुलिस कार्या.
5. पुअनि रविंद्र कुमार, अनुसंधानकर्ता, रसुलपुर थाना
6. रत्ना राभा, फॉरेंसिक विशेषज्ञ, सारण
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आपको बता दें कि दो माह पूर्व सारण जिले के रसुलपुर थाना में दर्ज ट्रिपल मर्डर केस मामले में सारण पुलिस ने बेहद तेज गति से अनुसंधान करने का काम किया। लगभग 50 दिन में ही नए आपराधिक कानून (BNS) के तहत इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले अपराधियों को ना सिर्फ कोर्ट में दोषी करार दिलवाया बल्कि कोर्ट से उम्र क़ैद की सजा भी दिलवाने में कामयाबी हासिल की।
सारण पुलिस की इस फुर्ती को देख आज डीजीपी आलोक राज ने सारण एसपी डॉ. कुमार आशीष समेत इस कांड के अनुसंधान में शामिल चार पुलिस अधिकारी और साथ-साथ महिला फॉरेंसिक पदाधिकारी जिन्होंने इस कांड का साइंटिफिक रूप से पुख्ता साक्ष्य इकट्ठा की। जिनकी रिपोर्ट पर कोर्ट में यह साबित हुआ कि इन आरोपियों ने ही इस तिहडे हत्याकांड को अंजाम दिए हैं। उन्हें भी प्रशस्ति पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया और कहा कि यह पुलिस मुख्यालय द्वारा विगत दिनों में नए क़ानून को लेकर दी गई प्रशिक्षण का बेहतर परिणाम है। आशा करता हूं कि आगे भी इसी तीव्र गति से बिहार पुलिस काम करेगी और दोषियों को न्यायालय से सजा दिलवाने का कामयाब होगी।
डीजीपी ने यह भी कहा कि इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय स्तर से केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर इस हत्याकांड के अनुसंधान में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी को केंद्रिय गृह मंत्रालय पुरुस्कार से सम्मानित किया जाए। वहीं दूसरी और मौक़े पर मौजूद सारण एसपी डॉ. कुमार आशीष ने हत्याकांड और अनुसंधान से लेकर न्यायालय से दी गई सजा के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट