बीएसएल के खिलाफ विस्थापित युवाओं ने किया आंदोलन, जयराम ने कहा- अप्रेंटिस कर चुके युवाओं को नियोजन दे बीएसएल

  • अप्रेंटिस किए जाने के बाद नियोजन नहीं देने पर आक्रोश

बोकारोः बीएसएल (बोकारो इस्पात संयंत्र) के हेडक्वार्टर कहे जाने वाले एडीएम बिल्डिंग के समक्ष अप्रेंटिस किए विस्थापित युवाओं ने प्लांट जाने वाले मुख्य सड़क पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे. विस्थापितों ने युवा विस्थापित अपरेंटिस संघ के बैनर तले यह आंदोलन कर रहे हैं. युवाओं का समर्थन झारखंडी भाषा-खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने की.

जयराम महतो ने कहा कि बोकारो स्टील प्रबंधन के द्वारा विस्थापित युवाओं को अपरेंटिस कराए जाने के बाद नियोजन देने की बात कहीं गई थी. लेकिन 2016 से अप्रेंटिस कराए जाने के बाद भी प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं को नियोजन नहीं दिया जा रहा है. प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं ने कहा कि जब तक हमें नियोजन नहीं मिल जाता है तब तक हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा.

अपने हक व अधिकार व बोकारो इस्पात संयंत्र में नियोजन के लिए वर्षों से हम विस्थापित आंदोलन करते आ रहे हैं, पर विस्थापित विरोधी मानसिकता वाले बीएसएल प्रबंधन ने हर बार हमें छला है. उनकी मांगे- प्लांट ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस को बीएसएल में अविलंब सीधे बहाल किया जाये, सभी तरह के बहालियो में विस्थापितों के लिए अधिकतम उम्र सीमा को पूर्व की भांति 45 वर्ष किया जाए आदि.

जयराम महतो ने कहा कि बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण के समय विस्थापितों से जमीन लेते समय जो वायदा किया गया था, जो पूरा करना होगा. प्रबंधन के पास 48 घंटे का समय है. बात कर समाधान निकाले अन्यथा बोकारो की धरती रणक्षेत्र में तब्दील हो जायेगा और बीएसएल के अधिकारियों को बहगाने के लिए धरती कम पड़ जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, हमारी लड़ाई सिस्टम से है. जो सिस्टम झारखंड के किसान, गरीब विस्थापितों को उनके अधिकार से वंचित रखता हो, उसे बदलने का बिगुल हमने फुंक दिया है. जयराम ने कहा कि विस्थापितों की समस्या का समाधान नहीं कराने वाले और बीएसएल प्रबंधन का पट्टा पहनने वाले सांसद विधायक नहीं चाहिए.

 

Share with family and friends: