बेरमो: चंद्रपुरा प्रखंड के तरंगा पंचायत में जमीन मापी करने पहुंचे अंचल कार्यालय के कर्मचारियों को एक ही जमीन पर दो पक्षों के दावे के बाद वापस लौटना पड़ा। दूसरे पक्ष के विरोध के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई, और चंद्रपुरा थाना पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत कर अगली तारीख पर मापी कराने का निर्णय लिया।
पहला पक्ष आरोप लगा रहा था कि जमीन मापी की जानकारी उन्हें अंचल कार्यालय से नहीं दी गई और न ही कोई आधिकारिक नोटिस प्राप्त हुआ, जबकि इस जमीन का मामला पहले से ही कोर्ट में लंबित है। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना था कि अनुमंडल अधिकारी के आदेशानुसार जमीन की मापी होनी चाहिए और यह कानूनी रूप से आवश्यक है।
विवादित जमीन के मामले में दोनों पक्ष पुराने दस्तावेजों का हवाला दे रहे हैं। पहले पक्ष के पास 1947 के कोर्ट रजिस्टर से संबंधित दस्तावेज़ हैं, जबकि दूसरा पक्ष अनुमंडल अधिकारी के ज्ञापांक 959 दिनांक 1/24 के आदेश के आधार पर मापी कराने पर जोर दे रहा है।
अंचल कर्मचारियों ने दोनों पक्षों को शांत करते हुए पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति में यह निर्णय लिया कि अगली बार मापी की प्रक्रिया से पहले सभी संबंधित पक्षों को आधिकारिक नोटिस दिया जाएगा। तब तक के लिए मापी को स्थगित कर दिया गया है।
इस घटनाक्रम के बाद यह निर्णय लिया गया है कि अगले सुनवाई और मापी की तारीख नोटिस के जरिए तय की जाएगी, जिससे सभी पक्ष समय रहते सूचित हो सकें और विवाद से बचा जा सके।