Doctor Rape Murder Case: कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर से बलात्कार और हत्या (Doctor Rape Murder Case) की घटना के बाद उपजे आक्रोश के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को एक निर्देश जारी किया है, जिसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन पर 10 सितंबर तक रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।
Doctor Rape Murder Case के बाद एक्शन में केंद्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्राथमिकता दिए जाने वाले कई प्रमुख उपायों की रूपरेखा तैयार की, जिनमें उच्च जोखिम वाले प्रतिष्ठानों की पहचान, सुरक्षा ऑडिट, सीसीटीवी निगरानी, पृष्ठभूमि की जांच और शोक प्रोटोकॉल सहित अन्य शामिल हैं। यह निर्देश सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के बाद आया है, जिसमें देश भर में चिकित्साकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपचारात्मक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया था।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आग्रह किया गया है कि वे उच्च रोगी संख्या वाले अस्पतालों की पहचान करें और सुरक्षा बढ़ाने के लिए उन्हें उच्च प्राथमिकता वाले प्रतिष्ठानों के रूप में वर्गीकृत करें। स्वास्थ्य सचिव ने अस्पतालों में मौजूदा सुरक्षा उपायों का आकलन और सुधार करने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य और पुलिस अधिकारियों के परामर्श से नियमित सुरक्षा ऑडिट की सिफारिश की है।
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर हालिया वीडियो कॉन्फ्रेंस में उनकी भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। 28 अगस्त को हुए सम्मेलन में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या सहित (Doctor Rape Murder Case) हाल की हिंसक घटनाओं के मद्देनजर सभी चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षित कामकाजी माहौल के प्रावधान पर चर्चा की गई थी।