शकूराबाद में सूखा नशा के बढ़ते फैलाव से बढ़ी चिंता, युवा पीढ़ी पर पड़ रहा बुरा असर
जहानाबाद : शकूराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत शकूराबाद बाजार और आसपास के इलाकों में इन दिनों सूखा नशा के कथित प्रसार को लेकर लोगों में चिंता बढ़ती जा रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगी, तो आने वाले समय में इसके गंभीर सामाजिक परिणाम सामने आ सकते हैं। खासकर युवा और किशोर वर्ग इसकी चपेट में आता नजर आ रहा है, जिससे क्षेत्र का भविष्य खतरे में पड़ता दिख रहा है।
युवाओं का असामान्य व्यवहार बना चिंता का सबब
स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से इलाके में कई युवक नशे की हालत में इधर-उधर घूमते और असामान्य व्यवहार करते नजर आ रहे हैं। इससे न सिर्फ माहौल प्रभावित हो रहा है, बल्कि परिवारों की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि नशे की लत धीरे-धीरे युवाओं की सोच, स्वास्थ्य और व्यवहार को बुरी तरह प्रभावित करती है, जिससे उनका जीवन अंधकार की ओर चला जाता है।
संगठित गिरोह की गतिविधि है इसका मुख्य कारण
लोगों का आरोप है कि इस अवैध गतिविधि के पीछे कोई संगठित गिरोह भी सक्रिय हो सकता है, जो युवाओं को बहला-फुसलाकर इस दलदल में धकेल रहा है। हालांकि, डर और दबाव के कारण कई लोग खुलकर सामने आने से कतरा रहे हैं। ऐसे में यह मामला और भी गंभीर होता जा रहा है।
ग्रामीणों और समाजसेवियों ने तत्काल हस्तक्षेप की मांग
ग्रामीणों और समाजसेवियों ने इस विषय को लेकर पुलिस प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है और अपराध की अन्य घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
मामला जांच के दायरे में तथ्यों की गहन पड़ताल जारी है
हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो और कुछ अनौपचारिक सूचनाओं के आधार पर ही चर्चा हो रही है। संबंधित अधिकारियों से जब इस विषय में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मामला जांच के दायरे में है और तथ्यों की गहन पड़ताल के बाद ही कोई स्पष्ट जानकारी साझा की जाएगी। अभी तक किसी के खिलाफ कोई आधिकारिक बयान या कार्रवाई सार्वजनिक नहीं की गई है।
क्षेत्रवासियों ने सतत और कड़ी निगरानी को बताया जरूरी
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि शकूराबाद और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाए, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाए और आवश्यकता पड़ने पर विशेष जांच अभियान चलाया जाए, ताकि क्षेत्र को नशा मुक्त बनाया जा सके और युवा पीढ़ी को इस गंभीर समस्या से बचाया जा सके।
मुजफ्फर ईमाम की रिपोर्ट
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