मधेपुरा : दीपावली समाप्त होते ही लोग आस्था का महापर्व छठ पूजा कि तैयारी शुरू कर देते हैं। लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा आज से नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। गुरुवार को छठव्रतियों ने साफ-सफाई कर गेहूं सुखाया। छठव्रती शनिवार की रात में खरना के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास रखेंगी। वहीं रविवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्ध्य और सोमवार को उदयीमान भगवान सूर्य को दूसरा अर्ध्य देने के साथ ही छठ पूजा संपन्न हो जाएगी।
छठ पर्व शुरू होते ही शहर में खरना के लिए महाप्रसाद बनाने की सामग्री की खरीदारी छठव्रतियों एवं लोगों ने की। बाजारों में छठ पूजा को लेकर काफी चहल-पहल देखे गए। साथ ही सड़कों पर छठव्रतियों के स्वागत के लिए तोरणद्वार बनाए जा रहे हैं। छठ के गीतों से शहर का माहौल पूरा भक्तिमय हो गया है। जिला प्रशासन भी छठ महापर्व को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में जुटा हुआ है।
इसको लेकर बिहार सरकार के शिक्षामंत्री प्रो. चंद्रशेखर यादव, मधेपुरा डीएम विजय प्रकाश मीणा, मधेपुरा एसपी राजेश कुमार, मधेपुरा डीडीसी नितिन कुमार, मधेपुरा एसडीएम धीरज कुमार सिन्हा ने मधेपुरा जिले के मुरलीगंज छठ घाट, गंगापुर छठ घाट, भिरखी छठ घाट, रामपुर छठ घाट रायभीड़ छठ घाट सहित मधेपुरा शहर के विभिन्न छठ घाटों पर तैयारियों जायजा लिया।
वहीं मधेपुरा एसडीएम ने कहा कि जिले के सभी छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट ओर पुलिस बल एवं एनडीआरएफ टीम कि तैनाती कि गई है। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। मधेपुरा भिरखी छठ घाट ओर गंगापुर छठ घाट पर निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि नदी किनारे अधिक उंचाई के कारण महिलाओं को नीचे जाने में परेशानी होगी। छठव्रतियों की सुविधा के लिए नदी किनारे ढ़लान बनाने का निर्देश दिया।
रमण कुमार की रिपोर्ट