NEET Paper Leak : हजारीबाग में नीट परीक्षा पेपर लीक की जांच की आंच पहुंची गई है। पांच सदस्य टीम बिहार से हजारीबाग जांच करने के लिए पहुंची। लगभग 8 से 10 घंटे तक टीम हजारीबाग के लोहसिंघना थाना स्थित ओयशिस स्कूल में पूछताछ की है। जिसमें परीक्षा नियंत्रक, शिक्षक, समेत कई लोगों से जानकारी इकट्ठा की गई है। बताया जाता है कि बिहार से आई टीम ने इन लोगों का बयान भी दर्ज किया है. शुक्रवार की देर रात हजारीबाग से निकल गई।
छात्रों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है टीम
हजारीबाग में कुल 4 सेंटर बनाया गया था। जिनमें विवेकानंद स्कूल, जेवियर स्कूल, ओएसिस स्कूल और डीएवी स्कूल थे। जिसमें से डीएवी स्कूल का एक लड़का टॉप किया है। जिसका रैंकिंग अंदर 100 है। लेकिन 720 में 720 नंबर लाने वाला किसी भी सेंटर का अब तक पता नहीं चल पा रहा है। बिहार से आई टीम छात्रों के बारे में केंद्र के जरिए जानकारी इकट्ठा कर रही है। इस मामले को लेकर जिले के कोई भी पदाधिकारी ने टिप्पणी नहीं किया है।
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हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने हजारीबाग टीम आने की पुष्टि की है. उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित थाना से टीम ने मदद के लिए कहा था. थाना को निर्देश भी निर्गत किया गया है। लेकिन जांच में क्या पाया गया है और किन बिंदुओं पर पूछताछ की गई है इसे लेकर जांच टीम ने जानकारी नहीं दी है।
अब तक नहीं हुई है पुष्टि-हजारीबाग डीसी
हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि विभिन्न स्रोत से यह जानकारी मिली है कि हजारीबाग कि नीट की परीक्षा प्रश्न पत्र लिक मामले में चर्चा हो रही है। लेकिन जिला स्तर से अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। जैसे ही इसकी जानकारी मिलेगी साझा किया जाएगा।
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हजारीबाग के समाज सेवी सह अभिभावक मनोज गुप्ता ने कहा कि हजारीबाग में अगर प्रश्न पत्र लिक हुआ है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह का परीक्षा का प्रश्न पत्र लिक नहीं होना चाहिए। पैसे के लालच में कुछ लोगों ने बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया है जो सरासर गलत है।
छात्रों पर पेपर लीक का पड़ रहा है गलत असर
सरकार और न्यायालय को ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि समाज में संदेश जाएगी अगर कोई व्यक्ति प्रश्न पत्र लिक करेगा तो उसे पर कार्रवाई भी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हजारीबाग में भी सैकड़ो की संख्या में छात्र बाहर पढ़ने जाते हैं। उनके मनोभाव पर इस प्रकरण के कारण बुरा प्रभाव पड़ा है। वह अब वे परीक्षा की तैयारी नहीं करना चाहते हैं।
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प्रश्न पत्र लिख मामले में हजारीबाग पहले से ही चर्चा मैं रहा है। 17 मार्च 2024 बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा टिआरई-3 परीक्षा के पेपर लीक मामले का झारखंड कनेक्शन सामने आया था। इस मामले में हजारीबाग जिले से 5 लोगों को हिरासत में ले लिया गया था। ये सभी बिहार के रहने वाले थे। पुलिस ने सभी को बिहार भेज दिया था। करीब 250 स्टूडेंट्स को हजारीबाग जिले के अलग-अलग थानों में रोककर प्रश्न पत्र का उत्तर याद करवाया गया था।