डिजीटल डेस्क : देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। उससे पहले अभी मतदान होना है जिसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में पूरा जोर लगा रखा है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी केंद्र में अपनी तीसरे टर्म की सरकार के लिए अभी से पूरा खाका खींच चुके हैं। पीएम मोदी का पूरा प्लान तैयार है। उन्होंने एक समाचार एजेंसी को दिए खास इंटरव्यू में देश के मौजूदा राजनीतिक हालात और अपने विजन पर खुलकर बातें कीं। पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में भी मैंने 100 दिन का काम लेकर चुनाव में गया था। आर्टिकल 370, तीन तलाक समेत कई काम मैंने कर दिए थे। मैं पहले से ही प्लानिंग करके चलता हूं कि सरकार में आने के अगले 100 दिन क्या काम करना है। इस बार के लिए पूरा प्लान तैयार है।
‘सनातन के खिलाफ जहर उगलने वाले के साथ क्यों बैठी है कांग्रेस’
सनातन के मसले पर प्रधानमंत्री कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। कहा कि कांग्रेस जिससे गांधी जी का नाम जोड़ा गया था, उसी की इंदिरा जी रुद्राक्ष की माला पहनकर घूमती थीं। कांग्रेस से ये पूछना चाहिए कि सनातन के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ तुम क्यों बैठे हो। डीएमके का तो जन्म इस नफरत से हुआ होगा। अब लोग ये नफरत भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं इसीलिए वह तरीके बदल रहे हैं। प्रश्न उनसे नहीं, प्रश्न कांग्रेस से कि उन्होंने अपना क्या मूल करैक्टर गंवा दिया है। संविधान में जो चारों तरफ सनातन के चिह्रन भी बने है, अब कांग्रेस को क्या हो गया।
पीएम मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं बल्कि 2047 तक तैयार होने वाला दुनिया का विकसित भारत है। उसके लिए गति भी बढ़ानी है और स्केल भी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि 2047 में आजादी के 100 साल पूरे होंगे। यह एक प्रेरणा है। आजादी के 100 साल के लिए हर कोई अपना लक्ष्य बनाए। 2024 चुनाव का साल है। यह एक बहुत बड़ा महापर्व है। इसे उत्सव के तौर पर मनाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे में इस समय देश के सामने एक अवसर है। एक कांग्रेस सरकार का मॉडल और एक भाजपा सरकार का मॉडल दोनों ही देश के सामने उपलब्ध है। कांग्रेस का 5-6 दशक का काम और मोदी सरकार का सिर्फ 10 साल का काम देखिए। किसी भी क्षेत्र में तुलना कीजिए, अगर कमी रही होगी तो हमारे प्रयास में कमी नहीं रही होगी। हमने दो साल तक कोविड से लड़ाई लड़ी फिर भी चाहे स्पीड कहिए, स्केल कहिए, सर्वांगीण विकास कहिए, हर पैमाने पर हम खरे उतरे।
‘इलेक्टोरल बॉन्ड पर सवाल उठाने वाले पछताएंगे’
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर लग रहे आरोंपों पर इस इंटरव्यू में पीएम मोदी खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि देश में काले धन का मुद्दा लंबे समय से चल रहा है। सब पार्टियां इस पर बात करती हैं। पार्टियों के लिए पैसे लोगों से लेने पड़ते हैं। ऐसे में मेरे मन में विचार आया कि कैसे ऐसा काम किया जाए जिससे काले धन से मुक्ति मिले। जब इलेक्टोरल बॉन्ड आया था तो सभी ने तारीफ की थी। पहले हमने हजार दो हजार के नोट खत्म किए क्योंकि हमें काला धन खत्म करना था। इसलिए हमने पहले 20 हजार रुपये नकद की सीमा को ढाई हजार किया। अब आया चेक से पैसे लेने का सवाल तो व्यापारियों ने कहा कि भाई अगर हम ऐसे विपक्ष को पैसे देंगे तो सरकार को पता चल जाएगा। ये बीजेपी ने खुद झेला भी है क्योंकि हमारा नियम था कि हम चेक से पैसे लेते थे। इन सब समस्याओं से मुक्ति के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड लाया गया था ताकि मनी ट्रेल का पता चल सके। इसीलिए मैं कहता हूं कि जो इस पर सवाल उठा रहे हैं वे पछताएंगे।
‘राम मंदिर को विपक्ष ने राजनीतिक मुद्दा बनाया, भाजपा ने नहीं’
राम मंदिर पर पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने इसे राजनीति का मुद्दा बनाया क्योंकि विपक्ष ने इसे वोट बैंक की राजनीति करने का हथियार बनाया। कोशिश यह भी की गई कि फैसला अभी न आ पाए मगर न्यायिक प्रक्रिया में वो जीत नहीं सके। राम मंदिर बन गया, कुछ नहीं हुआ, कहीं आग नहीं लगी। सोमनाथ मंदिर से लेकर अब तक की घटनाएं देखिए, वहां डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को जाना था। कोई विवाद नहीं था लेकिन नहीं जाने दिया गया। प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला और उसे ठुकरा दिया। सोचिए जिन्होंने राम मंदिर बनाया वो आपके सारे पाप भूलकर आपके यहां जाकर आपको निमंत्रण देते हैं और आप उसे ठुकरा देते हैं तो सोचिए कि वोट बैंक के लिए क्या कर सकते हैं।
हमारी आस्था का प्रतीक है राम मंदिर -पीएम
इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए राम मंदिर आस्था का प्रतीक है। जब मुझे प्राण प्रतिष्ठा के लिए बुलाया गया तो मैंने कुछ लोगों से पूछा कि मैं ये काम मैं राम भक्त के तौर पर करना चाहता हूं। मैंने कुछ अध्ययन भी किया। फिर मैंने 11 दिन का अनुष्ठान किया। जमीन पर सोया। प्रभु राम जहां-जहां गए थे, मैं वहां गया। मैंने कम्ब रामायण का पाठ किया। मेरे लिए ये कोई इवेंट नहीं था बल्कि आस्था का विषय था। इस मंदिर के पीछे 500 साल का एक निष्ठ संघर्ष, लाखों लोगों का बलिदान, लंबी न्यायिक प्रक्रिया है । देश के लोगों ने अपने पैसे से इस मंदिर को बनवाया है, ये सरकारी खजाने से नहीं बना।
आईपीएस रहे अन्नामलाई का जिक्र कर बोले पीएम – काशी से बदली दक्षिण की सोच
दक्षिण भारत पर पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में भाजपा की 5 पीढ़ियां खप चुकी हैं। कांग्रेस ने वहां कुछ नहीं किया। अब तमिल लोग देख रहे हैं कि अन्य प्रदेशों में तो अच्छा काम हो रहा है। जब तमिल के लोग काशी संगम कार्यक्रम में आए तो उनकी सोच का तरीका बदला। इसीलिए लोगों में डीएमके के प्रति गुस्सा पैदा हुआ है। वह गुस्सा बीजेपी के प्रति डायवर्ट हो रहा है। पॉजिटिव तौर पर अन्नमलाई यंग हैं, एनर्जेटिक हैं, आईपीएस का करियर छोड़कर आए हैं। लोग खुद सोचते हैं कि इतना बड़ा करियर छोड़कर कोई आया और भाजपा से जुड़ा, इसका मतलब बीजेपी में कुछ तो है। हमारी पार्टी परिवारवादी नहीं है इसीलिए हम हर कार्यकर्ता को मौका देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मैं मणिपुर जाऊं वहां के लोग वहां के कपड़े पहना दें तो ये मजाक बनाते हैं। तमिलनाडु जाएं तो ये मजाक बनाते हैं। इतनी नफरत कहां से आईं। इनका काम विरोध करना और मजाक उड़ाना है जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं।
2047 का विजन मेरी बपौती नहीं, लोगों का इनपुट है – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि मैं दो साल पहले से 2047 के विजन के बारे में काम कर रहा था। मैंने देश भर से लोगों से सुझाव मांगे कि वह आने वाले 25 सालों में देश को कैसा देखना चाहते हैं। 15 से 20 लाख लोगों ने इनपुट दिया । उस पर काम किया और हर विभाग में अफसरों की एक टीम बनाई और उनके साथ प्रजेंटेशन देखे। आचार संहिता का हवाला देते हुए उन्होंने इस बारे में तत्काल विस्तार से कुछ भी नहीं बताया लेकिन बोले कि जो मैंने विजन बनाया है, ये मेरी बापौती नहीं, 15 से 20 लाख लोगों का विजन है जिसे मैंने डॉक्यूमेंट के तौर पर तैयार करा लिया है। चुनाव के बाद इसे सभी स्टेट में भेज दिया जाएगा। फिर मैं नीति आयोग के साथ बैठक करूंगा।
किसी को डरने की जरूरत नहीं, अभी बहुत कुछ करना बाकी है – पीएम मोदी
इसके बाद पीएम मोदी ने 2047 तक के विजन के बारे में बताया कि मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मेरे फैसले किसी को डराने या किसी को कमतर करने के लिए नहीं होते हैं। वे देश के समग्र विकास के लिए बनाए जाते हैं। मेरे फैसले देश के सर्वांगीण विकास के लिए हैं। मैं नहीं मानता कि मैंने सब कुछ कर लिया। मैंने ज्यादा से ज्यादा करने का प्रयास किया, बहुत कुछ किया लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। पीएम मोदी ने कहा कि जब देशवासी देश चलाने की जिम्मेदारी देते हैं तो सिर्फ देश पर ही फोकस होना चाहिए। पहले के राजनीतिक दल परिवार और परिवार की जड़ों को संभालने में शक्ति लगा देते थे जबकि मैं देश को मजबूत करने में जुटा हूं।
कांग्रेस राज में करीबी लोग चुनाव आयुक्त बनाए जाते थे, भाजपा वैसा नहीं कर सकती – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, सीबीआई वाले कानून कांग्रेस के राज में बने थे। उनके केस दायर करने का प्रावधान मेरी सरकार द्वारा नहीं लाया गया। इसके विपरीत चुनाव आयोग में सुधार मेरी सरकार द्वारा लाया गया। पहले कांग्रेस की सरकारों में परिवार के करीबी लोगों को चुनाव आयुक्त बनाया गया जिन्हें बाद में राज्यसभा सीटें और मंत्रालय मिले। भाजपा उस स्तर पर नहीं खेल सकती। इसके बाद राहुल गांधी का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा दुर्भाग्य से आजकल हम देखते हैं कि एक शब्द के प्रति कोई प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी नहीं है। आपने किसी नेता के पुराने वीडियो वायरल होते हुए देखे होंगे जहां उनके हर विचार विरोधाभासी होते हैं। जब लोग यह देखते हैं तो उन्हें लगता है कि यह नेता जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में एक राजनेता ने कहा कि एक झटके में गरीबी हटा दूंगा। जिनको 5-6 दशक तक सत्ता में रहने का मौका मिला, वो जब ऐसा कहते हैं तो देश सोचता है कि ये आदमी क्या कह रहा है।
ईडी सही काम कर रही है – प्रधानमंत्री
विपक्षी पार्टियों को जेल भेजने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे कितने लोग जेल में हैं। सिर्फ तीन प्रतिशत राजनीतिक दलों के लोगों पर कार्रवाई हुई। अब क्या इन आरोपों के चलते ईडी को काम नहीं करने दिया जाए। मेरे कार्यकाल में गलत काम करने वाले लोगों की लाखों करोड़ों की संपत्ति अटैच हुई है। ये क्या जनता का पैसा नहीं है। पिछले दस साल में हमने 2200 करोड़ रुपया कैश जब्त किया है जबकि इससे पहले की सरकार ने सिर्फ 34 लाख रुपये कैश जब्त किया था। यानी सीधा सा मतलब है कि ईडी सही काम कर रही हैं। मेरा कमिटमेंट है कि भ्रष्टाचार ने देश को तबाह कर रखा है। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए।