रांची: प्रोबेशन अफसर कविंद्र ठाकुर ने अपराधी जोगेश्वर महतो के बारे में एसआइआर जांच रिपोर्ट दी.
इस रिपोर्ट में बताया गया कि जागेश्वर के खिलाफ कोई और आपराधिक मामला दर्ज नहीं होने की बात कही गयी थी, जबकि जागेश्वर के खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मामला दर्ज है.
हाइकोर्ट में झूठी रिपोर्ट पकड़े जाने के बाद नये सिरे से सामाजिक जांच रिपोर्ट करायी गयी. सुनवाई के दिन सरकारी वकील सुधीर कुमार महतो न्यायालय में हाजिर ही नहीं हुए, करीब छह साल से अधिक समग्र से जेल में रहने के आधार पर अदालत ने जमानत दी.
लेकिन कई अन्य मामलों में जमानत नहीं मिलने के कारण जोगेश्वर अभी जेल में है. हजारीबा के प्रदीप चौधरी हत्या मामले में जोगेश्वर सहित संगठन के अन्य सदस्यों पर हत्या का आरोप है.
जोगेश्वर को 15 मार्च 2022 को जुवेनाइल घोषित किया जा चुका है. हत्या के इस मामले में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट ने जून 2022 में उसकी जमानत याचिका रद्द कर दी. इसके बाद उसने हजारीबाग के एडिशनल सेशन जज कम चिल्ड्रेस कोर्ट में जमानत अर्जी दायर की.