Ranchi– ए. आई.एस.एफ के प्रदेश महासचिव लोकेश आनंद ने पीटीपीएस महाविद्यालय, पतरातू में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के द्वारा वित्तीय अनियमितता की रिपोर्ट भेजे जाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.
लोकेश आनंद ने कहा है कि पीटीपीएस महाविद्यालय के ऑडिट रिपोर्ट की एक कॉपी आरटीआई के माध्यम से हमें उपलब्ध करवायी गयी है. इस रिपोर्ट के अनुसार पूर्व प्राचार्य डा नवीन प्रसाद, पूर्व प्रो. रणवीर सिंह, प्रो. शैलेंद्र कुमार, वर्तमान प्राचार्य प्रो. रमण चंद्र के साथ ही परीक्षा नियंत्रक बिरेश कुमार कुमार पर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई है. इनके द्वारा कॉलेज में भारी मात्रा में रुपये की हेराफेरी हुई है. साथ ही रिपोर्ट में यूजीसी के द्वारा निर्गत फंड का लेखा जोखा भी नहीं दिया गया है. ई.सी.आई.सी (कर्मचारी राज्य जीवन बीमा निगम) के 22 लाख रूपये का भी भुगतान नहीं किया गया. इन लोगों ने मिलीभगत कर कॉलज में वित्तीय अनियमितता को अंजाम दिया है. इसके साथ ही और भी कई फंड हैं जिनका कोई लेखा जोखा नहीं है.
लोकेश आनंद ने कहा कि यदि इन वित्तीय अनियमतताओं के खिलाफ संलग्न लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो महाविद्यालय में ताला लगाना पड़ सकता है.
बड़ी बात यह है कि शासी निकाय को सारे मामलों की जानकारी होने के बावजूद इस मामले में कोई पहल नहीं की गयी. जबकि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति और जांच कमिटी के सदस्यों ने इसकी सच्चाई को सामने लाया और ऐसे भ्रष्ट प्रोफेसरों के काले कारनामों का पर्दाफाश किया. अब इस मामले में फैसला शाही निकाय को करना है.