ब्रह्मदेव मंडल ने पूछा, मैं टीके ले रहा था तो स्वास्थ्य विभाग क्यों सो रहा था ?
मधेपुरा : एक के बाद एक कोरोना के बारह टीके लगवाकर बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल मुसीबत में फंस गए हैं. अब उनपर कानून का शिकंजा कसने लगा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. ब्रह्मदेव मंडल पर कोरोना टीकाकरण के नियमों को तोड़ने और स्वास्थ्य कर्मियों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होने 13 फरवरी 2021 से 4 जनवरी 2022 के बीच अलग-अलग जगहों पर अलग अलग पहचान पत्रों के जरिए ये टीके लगवाए. ये एफआईआर पुरैनी थाना में दर्ज कराई गई है. ब्रह्मदेव मंडल ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने 12 बार कोरोना का टीका लगवाया है.
ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि उन्हे फायदा लगा इसलिए इतने सारे टीके लगवाए. एफआईआर दर्ज कराए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है. ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ये कार्रवाई की है.
वहीं प्रभारी सिविल सर्जन डॉ.अब्दुल सलाम ने बताया कि इस मामले में जिला स्तर से जांच कमिटी का गठन किया गया है. राज्य स्तर से भी मामले की निगरानी की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने पर मुख्यालय को जानकारी दी जाएगी. फिलहाल थाने में आवेदन दिया गया है ताकि ब्रह्मदेव मंडल फिर से कोरोना का टीका न लगवा सकें.
रिपोर्ट : राजीव रंजन