Hazariabgh : देश की मिनी रत्न कंपनी एनटीपीसी के हजारीबाग बड़कागांव सिकरी साइट कार्यालय के सामने रैयत्तों ने एक दिवसीय धरना देकर ऐलान कर दिया है। 1 महीने के अंदर उनकी मांग को पूरी नहीं की जाएगी तो 21 जून से काम ठप कर दिया जाएगा। सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने हाथ में तख्ती लेकर एनटीपीसी के खिलाफ आवाज बुलंद किया है।

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Hazariabgh : 2016 का कट ऑफ डेट नहीं चलेगा
हजारीबाग में एनटीपीसी बड़गांव गांव में कोल उत्खनन का काम कर रही है। जिसके कोयल से देश के कई राज्यों के विद्युत ताप घर को कोयला पहुंचता है। एनटीपीसी के बड़कागांव स्थित सिकरी साइट कार्यालय के सामने रैयतों ने एक दिवसीय धरना दिया है।
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यह आंदोलन युवा विस्थापित संघर्ष समिति के बैनर तले किया जा रहा है। एक दिवसीय धरने में युवाओं की संख्या अधिक देखने को मिली है। महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने एक सूर में मांग किया कि 2016 का कट ऑफ डेट नहीं चलेगा।
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सांसद मनीष जायसवाल ने भी संसद में उठाया है मुद्दा

आंदोलन में शामिल विस्थापित अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि पिछले तीन पीढ़ी से यहां आंदोलन चल रहा है। पिछले बार आंदोलन के दौरान बड़कागांव से हजारीबाग उपायुक्त कार्यालय पैदल मार्च कर विरोध दर्ज की गई थी। यही मांग किया गया था कि विस्थापन नीति का लाभ का कट ऑफ डेट 2016 से बढ़ाया जाए।
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने भी संसद में यह मुद्दा उठाया था। सभी विस्थापितों को विस्थापन नीति का लाभ मिलना चाहिए। वहीं मीना कुमारी ने भी बताया कि एनटीपीसी को नियम में परिवर्तन करना होगा। कट ऑफ डेट बढ़ाना होगा नहीं तो आने वाले दिनों में युवा सड़क पर होंगे। इसका कमियाजा कंपनी को भुगतना पड़ेगा। युवाओं को विस्थापन नीति का लाभ नहीं मिल रहा है।
हजारीबाग से शशांक शेखर की रिपोर्ट–
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