हजारीबाग वन भूमि घोटाला में कारोबारी विनय सिंह की गिरफ्तारी, भाई अजय सिंह ने कोर्ट में चुनौती दी। अगली सुनवाई 7 अक्टूबर को होगी।
हजारीबाग वन भूमि घोटाला हजारीबाग: हजारीबाग वन भूमि घोटाला केस में कार्रवाई तेज हो गई है। नेक्सजेन के संचालक सह कारोबारी विनय सिंह को गुरुवार को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार को उन्हें हजारीबाग स्थित एसीबी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में उन्हें हजारीबाग जेल भेज दिया गया।
मामले में उनके खिलाफ एसीबी थाना में केस दर्ज हुआ था। पूछताछ के लिए उन्हें मुख्यालय बुलाया गया था। वहां पूछताछ के दौरान उनकी संलिप्तता से जुड़े पुख्ता साक्ष्य मिलने के बाद गिरफ्तारी की गई। अब जांच में हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय चौबे सहित अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
Key Highlights:
हजारीबाग वन भूमि घोटाला केस में कारोबारी व नेक्सजेन संचालक विनय सिंह गिरफ्तार
ACB ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर भेजा हजारीबाग जेल
भाई अजय सिंह (बिहार MLC) ने गिरफ्तारी को कोर्ट में दी चुनौती
कोर्ट ने ACB से 6 अक्टूबर तक मांगा जवाब, 7 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई
आरोप: अधिकारियों संग साजिश कर गैर मजरुआ खास किस्म जंगल भूमि की अवैध जमाबंदी
हजारीबाग वन भूमि घोटाला:
इधर, कारोबारी की गिरफ्तारी को उनके भाई और बिहार के विधान परिषद सदस्य अजय सिंह ने चुनौती दी है। उन्होंने शुक्रवार को हजारीबाग एसीबी कोर्ट के विशेष न्यायाधीश की अदालत में रिट पिटीशन दाखिल किया। इसमें कहा गया कि उनके भाई को बदनियती और गैर-कानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया है।
हजारीबाग वन भूमि घोटाला
कोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए एसीबी को छह अक्टूबर तक काउंटर फाइल करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई सात अक्टूबर को निर्धारित की गई है।
गौरतलब है कि इस केस में आरोप है कि विनय सिंह ने अधिकारियों के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र के तहत गैर मजरुआ खास किस्म जंगल भूमि की अवैध जमाबंदी कराई थी। इस घोटाले की जांच अब कई बड़े अधिकारियों की संलिप्तता तक पहुंचने की संभावना जता रही है।
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