Hazaribagh : हजारीबाग के विष्णुगढ़ में लव जिहाद का एक मामला सामने आया है। यहां असम निवासी एक महिला ने गैड़ा गांव के अहमद रजा नाम के युवक पर धर्म व पहचान छिपाकर शादीशुदा होने के बावजूद उससे धोखे से शादी करने का आरोप लगाया है। साथ ही मतांतरण के लिए दबाव बनाने तथा दो वर्षों से घर में बंधक बनाकर रखने का भी आरोप लगाया है।
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Hazaribagh : सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती
मौका मिलने पर पीड़ित महिला किसी तरह चोरी-छिपे भागकर थाने पहुंची और पुलिस को कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने इस मामले में अहमद रजा, उसकी मां दिलनाज खातून, भाई अब्दुल कादिर और वासिम तथा बहन रानी खातून को आरोपित बनाया है।
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असम के गोलाघर जिले के उरिआमघाट के डिमोरुजान गांव निवासी 22 वर्षीय रोसमी मेस ने विष्णुगढ़ थाने को दिए गए आवेदन में बताया है कि वह वर्ष 2023 में सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम के माध्यम से अहमद रजा के संपर्क में आई थी। सोशल मीडिया के जरिये दोनो के बीच बातचीत शुरु हो गई। इस दौरान अहमद ने तब अपना धर्म छिपाते हुए उसे अपना नाम राहुल बताया था।
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Hazaribagh : अपने माता पिता को छोड़कर हजारीबाग आई असम की युवती
अहमद ने उसके सामने प्रेम और विवाह का प्रस्ताव रखा। बातचीत के दौरान उसने मुझे अपना घर छोड़कर अपने पास आने के लिए उकसाया। अहमद ने यह भी छिपाया कि वह पहले से शादीशुदा है और पहली पत्नी से उसके दो बच्चे भी हैं। रोसमी के अनुसार, अहमद के झांसे में आकर वह जून 2023 में अपने घर से भाग कर राहुल के घर आ गई। यहां आने के बाद उसे पता चला कि राहुल मुस्लिम युवक है और वह पहले से शादीशुदा है। उसने वापस घर जाना चाहा, लेकिन उसे जाने नहीं दिया गया।
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Hazaribagh : जबरन डरा धमकाकर घर में रखा जाता था कैद
अहमद रजा के पूरे परिवार के सभी लोगों ने दबाव डाल कर उसकी शादी अहमद से करा दी और शादी का निबंधन भी कोर्ट ले जाकर करा दिया। इतना ही नहीं, पिछले दो वर्षों के दौरान उन लोगों ने कभी भी असम में मेरे परिवार से मेरा संपर्क नहीं होने दिया। अहमद और उसके परिवार के लोग उसे डराते-धमकाते रहे। रोमसी का कहना है कि अकेली होने तथा नई जगह में होने के कारण वह विरोध नहीं कर पाई। दो वर्षों से वह अहमद रजा के घर में नजरबंद रही। कई बार अपने माता-पिता के पास जाने की इच्छा जताई, लेकिन डरा-धमका कर शांत करा दिया गया और कभी घर से निकलने नहीं दिया गया। इस दौरान अहमद रजा ने उसके साथ जबरन संबंध भी बनाए और उसे एक पुत्र भी हुआ।
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मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस
मामला थाने में आने के बाद हिन्दू संगठन के लोग सक्रिय हुए और लड़की के इंसाफ के लिए प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू किया। राज्य के मुख्यमंत्री से असम की इस आदिवासी बहन की रक्षा की अपील कर रहे हैं। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी की खबर नहीं है और प्रशासन ने लड़की को उसके असम स्थित घर भेज दिया है एवं इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
शशांक शेखर की रिपोर्ट–
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