रांची: हजारीबाग में रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान हुए पथराव की घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस गंभीर मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया गया, जहां कई विधायकों ने सरकार से सवाल किया कि आखिर हिंदू त्योहारों के दौरान ही ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं? विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि यह सांप्रदायिक तत्वों को छूट देने का परिणाम है और प्रशासन ऐसी घटनाओं को रोकने में विफल हो रहा है।
विधानसभा में चर्चा के दौरान विधायकों ने सरकार से मांग की कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों का अधिकतम उपयोग किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी, पर्याप्त रोशनी और संवेदनशील मार्गों पर विशेष सुरक्षा उपायों की व्यवस्था की जाए। विधायकों ने सरकार से यह भी पूछा कि आखिर क्यों हर बार हिंदू पर्वों के दौरान ही ऐसी हिंसक घटनाएं सामने आती हैं, जबकि अन्य धर्मों के आयोजनों में इस प्रकार की घटनाएं देखने को नहीं मिलतीं।
वित्त मंत्री राधाकृष्ण का आश्वासन
विधानसभा में इस मुद्दे पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए वित्त मंत्री राधाकृष्ण ने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और सांप्रदायिक सौहार्द को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सदन को जानकारी दी कि इस घटना की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि यदि अध्यक्ष की अनुमति मिलती है, तो सेकंड पाली में हजारीबाग के आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक से विस्तृत रिपोर्ट लेकर सदन को पूरी जानकारी दी जाएगी।
विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल
विपक्ष ने सरकार से सीधे सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर हिंदू पर्वों के दौरान ही इस तरह की घटनाएं क्यों होती हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व हर साल ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर समाज में तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता। विधायकों ने कहा कि जब अन्य धर्मों के आयोजनों में इस तरह की घटनाएं नहीं होतीं, तो फिर हिंदू त्योहारों पर ही बार-बार हमले क्यों किए जाते हैं?
इसके अलावा, विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि कई मामलों में तुष्टीकरण की नीति के चलते प्रशासन हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों पर समान रूप से मुकदमे दर्ज कर देता है, जिससे असली दोषी बच निकलते हैं और निर्दोष लोग फंस जाते हैं।
सरकार की कार्रवाई और भविष्य की रणनीति
वित्त मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार हजारीबाग की घटना को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और प्रभावी बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी समुदाय को किसी भी प्रकार की असुरक्षा महसूस न हो।

