Hazaribagh/Chauparan: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, हजारीबाग में हाल में सामने आई चिकित्सा लापरवाही के मामले में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बड़ा बयान दिया है। चतरा दौरे के दौरान हजारीबाग के चौपारण में पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला के घर पहुंचे मंत्री अंसारी ने कहा कि अस्पताल परिसर में भाजपा नेताओं द्वारा संचालित संजीवनी सेवा कुटीर ही पूरे विवाद की जड़ है।
मंत्री ने कहा कि यह सेवा कुटीर लेबर रूम के पास स्थित है, जहां भाजपा कार्यकर्ता ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ की गतिविधियों में “ताका-झांकी” करते हैं। उन्होंने यह तक आरोप लगाया कि यह सेवा कुटीर अब नशेड़ियों और गंजेड़ियों का अड्डा बन चुका है, जिससे महिला स्टाफ खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं।
कुछ दिन पहले चालकुसा प्रखंड निवासी एक व्यक्ति ने वीडियो वायरल कर आरोप लगाया था कि वह प्रसव पीड़िता पत्नी को लेबर रूम लेकर पहुंचा था लेकिन दरवाजा खटखटाने के बावजूद उसे कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। बाद में उसे निजी अस्पताल जाना पड़ा जहां महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
इस वीडियो के सामने आने के बाद मामला गरमा गया। हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल और विधायक प्रदीप प्रसाद थाने के बाहर धरने पर बैठ गए थे जब वीडियो वायरल करने वाले भाजपा कार्यकर्ता अर्जुन साहू को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भारी विरोध के बाद पुलिस को उसे रिहा करना पड़ा।
जब न्यूज 22 स्कोप के संवाददाता चंदन राणा ने स्वास्थ्य मंत्री से इस प्रकरण पर सीधी प्रतिक्रिया मांगी तो मंत्री ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “BJP ने अस्पताल को पार्टी कार्यालय बना दिया है”। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि विवाद के समय ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर गायब थी, परंतु इसका कारण स्टाफ का असुरक्षित महसूस करना बताया।
हालांकि, मंत्री अंसारी की टिप्पणी से यह स्पष्ट नहीं हो सका कि सरकार इस पूरे मामले में कोई स्पष्ट प्रशासनिक या कानूनी कार्रवाई करने जा रही है या नहीं। उन्होंने सिर्फ भाजपा नेताओं को ही दोषी ठहराते हुए मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की।
चौपारण से चंदन राणा की रिपोर्ट