हजारीबाग: हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड के हजारीबाग में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनकी सरकार की योजनाओं पर तीखे हमले किए।
अपने बयान में सरमा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार झारखंड के गरीब और जरूरतमंद लोगों को सस्ती दरों पर चावल उपलब्ध करवा रही है, लेकिन राज्य की हेमंत सरकार केवल झोले बाँटकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “मोदी सरकार झारखंड के गरीबों के लिए रियायती दरों पर चावल उपलब्ध करवा रही है ताकि उनकी खाद्य सुरक्षा बनी रहे। इसके विपरीत, हेमंत सरकार केवल झोला बांट रही है, जो एक प्रतीकात्मक उपहार भर है और इससे जनता की वास्तविक जरूरतें पूरी नहीं होती।” सरमा का यह बयान केंद्र और राज्य की नीतियों के बीच के अंतर को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है और राज्य की मौजूदा सरकार की आलोचना करने का एक तरीका माना जा रहा है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने इस वक्तव्य के माध्यम से झारखंड सरकार की अन्य योजनाओं की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के पास जनहित में कोई ठोस नीति नहीं है और वह केवल जनता को लुभाने के प्रयास में छोटे-मोटे उपहार बांटने की योजनाओं पर निर्भर है। सरमा ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार का ध्यान वास्तविक मुद्दों पर नहीं है, बल्कि वह केवल प्रचार में लगी हुई है।
हिमंत बिस्वा सरमा का यह बयान झारखंड की सियासत में भाजपा और जेएमएम के बीच बढ़ते तनाव का प्रतीक है। हेमंत सोरेन की सरकार ने हाल ही में कुछ योजनाएं शुरू की हैं जिनमें गरीबों को जरूरत की चीजें जैसे झोले वितरित करना शामिल है।
जबकि केंद्र सरकार की ओर से गरीबों के लिए सस्ते अनाज की योजनाएं चलाई जा रही हैं, और यह राज्य की हेमंत सरकार के समर्थन कार्यक्रमों के ठीक विपरीत है।