रांची: बाबू नाम का है, जाओ नहीं बताएंगे मेरे पास बड़ा न्याय के दरवाजा का आदेश पहुंच गया है बड़ा न्याय का दरवाजा बोला है नाम बताने की जरूरत नहीं है बताना है तो खाने का प्रकार बताओ, तुम रुक जाओ जो सरकार नाम पूछा था ना उससे भी बड़ा न्याय का दरवाजा सवाल पूछा है। अब जाओ हाजिरी लगाओ न्याय के दरवाजे पर।
कौन सा कानून है नाम बताओ मोबाइल नंबर बताओ तब ठेला लगाने देंगे कानून नाम की कोई चीज है ना जी, रोक दिया ना न्याय का बड़ा दरवाजा तुम लोग अपने आप को बहुत ताकतवर समझ रहे थे ना अब समझो ताकतवर, ताकत से बड़ी चीज न्याय होता है सोचो और दिमाग लगाओ जो लोग बिना सोचे दिमाग लगाते हैं उन लोगों की हालत तुम लोगों जैसी हो जाती है।
इतना ड्रामा भाई नाम पूछे हैं बस तुम्हारी इनकम नहीं पूछे थे मामला कानून व्यवस्था बनाए रखने का था, मामला किसी के विकट परिस्थिति में मदद की सुलभता बनाए रखने का था लेकिन तुम लोगों ने इतना बड़ा ड्रामा बना दिया की पूरा देश एक ही विषय पर बात कर रहा है। कि ईलोग नाम पूछ दिया, इतना बड़ा गुनाह नहीं किए थे हम लोग।
ई कानून हम लोग नहीं बनाए थे तुम लोगों का चहेता प्रधानमंत्री बनवाया था तो इसको तुम लोग राजनीतिक मुद्दा क्यों बना दिया है नाम बताने में दिक्कत क्या है नाम तो पहचान होता है डर क्यों है नाम बताने में , जहां तक न्याय के बड़े दरवाजे का सवाल है तो तुम लोग गुमराह किया है हम लोग तथ्यों के साथ जाएंगे और न्याय के दरवाजे को भी सही बात बताएंगे देख लेना न्याय का दरवाजा हम लोगों के पक्ष में ही न्याय देगा।