बेतिया : हिंदुस्तान पेट्रोलियम की इकाई लौरिया चीनी मिल के जीएम की शिकायत दर्जनों किसानों ने मुख्यमंत्री सहित गन्ना मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, डीएम और सीओ आदि को मेल भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। जिसमें कहा गया है कि चीनीमिल के महाप्रबंधक के आदेश पर मिलकर्मियों बीते दो जुलाई को हुई मूसलाधार बारिश का फायदा उठाकर फैक्ट्री में स्टोर किया हुआ केमिकल युक्त दुर्गंध वाला जहरीला पदार्थ सैकड़ों एकड़ खेतों में बहा दिया गया है। इस केमिकल युक्त पदार्थ से खेतों में पड़रौन के सैकड़ों एकड़ खेतों में लगे गन्ना और धान का पौधा सड़ और सुख रहा है। अभी भी खेतों में यह केमिकल जहरीला पानी बह रहा है, जिसे जांच में देखा जा सकता है।
किसानों ने आरोप लगाया है कि वे सब बीते चार जुलाई को जब इसकी लिखित शिकायत महाप्रबंधक अजय कुमार पवार से की तो पहले उन्होंने किसी दूसरे चीनीमील द्वारा जहरीला पानी छोड़ने की बात कहकर इस कुकृत्य को दूसरे ओर मोड़ना चाहते थे। इधर किसानों का आरोप है कि जब भी मूसलाधार बारिश होती है और पानी सिकरहना नदी समेत मिल के सामने के खेतों में पानी भरना शुरू होता है, तब-तब लौरिया चीनीमील द्वारा हर साल जहरीला केमिकल खेतों में छोड़ दिया जाता है और दूसरे चीनी मील पर आरोप लगाकर किसानों को मिल प्रबंधन द्वारा गुमराह किया जाता है।
किसानों का आरोप है कि हर साल उनके खेतों में लगाए गए फसल को मिल प्रबंधन द्वारा जहरीला पानी छोड़कर बर्बाद कर दिया जाता है। इधर, किसानों में दिनेश राय, अनिल पासवान, रंभू यादव, मैनेजर साह, रामानंद दास, राजू पासवान, सिकंदर दास, कमल यादव, कपिलदेव गिरी, अमित श्रीवास्तव, जेपी पांडेय, बैजनाथ चौधरी, महादेव गिरी,अशोक राय, मदन साह, लालबाबू चौधरी, जटाशंकर साह और अनिल पासवान आदि ने मिल प्रबंधन को अपनी नाराजगी जताई और सीएम नीतीश कुमार सहित कई मंत्रालय को पत्र और मेल भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
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राजन कुमार मिश्रा की रिपोर्ट